पर्यावरण की खबरें सीधे आपकी ज़िन्दगी पर असर करती हैं — मौसम बदलता है, प्रदूषण बढ़ता है, और कभी-कभी प्राकृतिक आपदा का खतरा बन जाता है। इस पेज पर आपको हाल की घटनाओं का साफ-सुथरा सार मिलेगा: जापान में भूकंप और सुनामी अलर्ट, पुडुचेरी में फेंगल चक्रवात, रांची का AQI अपडेट, दिल्ली में बढ़ता प्रदूषण और आने वाले खगोलीय व पर्यावरणीय कार्यक्रम। हर खबर के साथ हमने उपयोगी सुझाव भी दिए हैं ताकि आप तुरंत काम में ला सकें।
जापान के ह्युगा नाडा सागर में 6.6 तीव्रता का भूकंप आया और सुनामी चेतावनी जारी-फिर वापस ली गई। स्थानीय स्तर पर मामूली क्षति और भू-स्थल से जुड़ी समस्याएं रिपोर्ट हुई हैं। अगर आप तटीय इलाकों में हैं तो सार्वजनिक चेतावनियों पर ध्यान दें और उच्च स्थानों की जानकारी रखें।
पुडुचेरी और तमिलनाडु के पास फेंगल चक्रवात ने तेज़ बारिश और हवाओं की चेतावनी दी। प्रशासन ने लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेजा। ऐसे समय में बिजली आपूर्ति और आवागमन प्रभावित होते हैं—जरूरी सामान पहले से तैयार रखें।
रांची का वायु गुणवत्ता सूचकांक 187 रिकॉर्ड हुआ, जो 'अप्रिय' श्रेणी में आता है। दिल्ली में वायु प्रदूषण बढ़ने से एयर प्यूरीफायर और मास्क की माँग तेज़ हुई। साफ हवा के लिए घर पर आसान कदम अपनाएं: खिड़कियों पर फिल्टर, पौधे, और बाहर निकलते समय N95 मास्क।
आकाशीय घटनाओं में 2 अक्टूबर का 'रिंग ऑफ फायर' सूर्य ग्रहण विशेष है—देखने के सुरक्षित तरीके और क्षेत्रीय दृश्यता के बारे में अपडेट देखना न भूलें।
आप क्या कर सकते हैं? छोटे-छोटे कदम बड़ा फर्क डालते हैं। भूकंप आने पर सुरक्षित स्थान चुनें: मेज़ के नीचे या मजबूत दरवाज़े के पास रहें। सुनामी अलर्ट पर तटीय इलाकों से तुरंत ऊँची जगह पर जाएं। चक्रवात के दौरान जरूरी दवाइयाँ, बैटरी और खाने-पीने का स्टॉक रखें।
वायु प्रदूषण कम करने के लिए निजी स्तर पर: यात्रा कम करें, सार्वजनिक परिवहन या साइकिल चुनें, घर में एयर प्यूरीफायर और HEPA फ़िल्टर का इस्तेमाल करें। बच्चे और बुजुर्ग जब AQI खराब हो तो घर पर रखें।
पर्यावरण दिवस और नीतिगत खबरें भी देखिए—छोटे कदम जैसे पौधा लगाना, प्लास्टिक कम करना और स्थानीय सफाई अभियानों में हिस्सा लेना असर दिखाता है। समाचार पढ़ते समय इस्तेमाल करने योग्य सलाह पर ध्यान दें और स्थानीय अधिकारियों की गाइडलाइन फॉलो करें।
यह पेज नियमित रूप से अपडेट होता है ताकि आप तेज़, प्रासंगिक और व्यावहारिक जानकारी पाएँ। किसी खास खबर पर तुरंत सलाह चाहिए? हमें बताइए—हम संबंधित खबर के साथ सरल और लागू करने योग्य कदम जोड़ देंगे।
दक्षिण-पश्चिमी जापान के ह्युगा नाडा सागर इलाके में 6.6 तीव्रता का भूकंप आया, जिसके बाद सुनामी की चेतावनी जारी की गई और फिर इसे वापस ले लिया गया। भूकंप ने प्रदेश में मामूली क्षति पहुंचाई। भूकंप के कारण कुछ स्थानों पर छोटी भू-स्खलन और भूमिगत पाइप्स टूटने की घटनाएं हुईं। प्रशासन ने संभावित आफ्टरशॉक्स की चेतावनी दी है।
आगे पढ़ेंरांची, झारखंड की ताजा मौसम जानकारी प्रदान करती एक विस्तृत रिपोर्ट, 24 दिसंबर 2024 के संदर्भ में। रांची का वायु गुणवत्ता सूचकांक (187) अप्रिय है, जो संवेदनशील व्यक्तियों के लिए नुकसानदायक है। यहां का मौसम धूप वाला है और तापमान 24.4°C है। दक्षिण-पश्चिम बंगाल की खाड़ी में कम दबाव का क्षेत्र बना हुआ है, जिसके कारण आंध्र प्रदेश, उत्तर तमिलनाडु में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है।
आगे पढ़ेंफेंगल चक्रवात शनिवार को पुडुचेरी के पास तट पर पहुंचा, जिससे तमिलनाडु और पुडुचेरी में भारी बारिश और तेज हवाएँ चलने का अनुमान है। मौसम विभाग ने चेन्नई, कांचीपुरम और तिरुवल्लूर में रेड अलर्ट जारी किया है। राज्य ने स्कूल कॉलेजों में अवकाश की घोषणा की है। 471 लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया है।
आगे पढ़ेंदिल्ली और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में प्रदूषण के खतरनाक स्तर के चलते वायु शुद्धिकारकों और मास्क की बिक्री में तेज वृद्धि देखी जा रही है। शहर की वायु गुणवत्ता अत्यधिक खराब हो गई है, जिससे नागरिकों को अपनी सेहत की रक्षा के लिए उपाय खोजने पर मजबूर होना पड़ा है। घरों और कार्यस्थलों में वायु शुद्धिकारकों की बिक्री क्रमशः 70% और 200% बढ़ गई है। इसी के साथ, एन95 मास्क की मांग में भी तेजी आई है।
आगे पढ़ेंअक्तूबर 2, 2024 को इस साल का वलयाकार सूर्य ग्रहण होगा। इस खगोलीय घटना के दौरान चंद्रमा सूरज के सामने से गुजरेगा, जिससे 'रिंग ऑफ फायर' का दृश्य बनेगा। यह Eclipse मुख्य रूप से प्रशांत महासागर, रापा नुई (ईस्टर द्वीप), और अर्जेंटीना और चिली के कुछ हिस्सों में देखा जा सकेगा।
आगे पढ़ेंविश्व पर्यावरण दिवस का आयोजन प्रतिवर्ष 5 जून को किया जाता है ताकि पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूकता बढ़ाई जा सके और कार्यवाही की जा सके। इस वर्ष की थीम 'भूमि पुनर्स्थापन, मरुस्थलीकरण, और सूखा सहनशीलता' है और नारा है 'हमारी भूमि। हमारा भविष्य। हम हैं #पुनर्स्थापनपीढ़ी।' इस बार आयोजन सऊदी अरब के नेतृत्व में हो रहा है। इस आयोजन का उद्देश्य प्रकृति से जुड़ने, पर्यावरणीय मुद्दों के बारे में जागरूकता बढ़ाने, और पर्यावरण संरक्षण की दिशा में कार्यवाही को प्रेरित करना है।
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