दक्षिण-पश्चिमी जापान में 6.6 की तीव्रता वाला भूकंप: सुनामी चेतावनी दी गई और हटाई गई
जन॰, 14 2025दक्षिण-पश्चिमी जापान में प्राकृतिक आपदा का कहर
सोमवार की रात, दक्षिण-पश्चिमी जापान में ह्युगा नाडा सागर के तट के पास 9:19 बजे 6.6 तीव्रता वाला भूकंप आया। यह भूकंप लगभग 36 किलोमीटर की गहराई पर उत्पन्न हुआ। प्रारंभिक अनुमान में जापान मौसम विज्ञान एजेंसी ने इसे 6.9 तीव्रता का बताया था, जिसे बाद में सुधार कर 6.6 कर दिया गया। इस भूकंप के चलते देश में कई क्षेत्रों में हलचल मच गई।
भूकंप का प्रभाव और सुनामी चेतावनी जारी
भूकंप के बाद, सुनामी की चेतावनी जारी की गई थी, जिसमें कहा गया था कि इसके कारण करीब 1 मीटर ऊंचाई की लहरें आ सकती हैं। हालांकि, सागर ने अधिकतम 20 सेंटीमीटर की ऊंचाई की लहरें देखीं और पानी मियाज़ाकी बंदरगाह पर भी उतनी ही ऊंचाई तक पहुंचा। यह चेतावनी मियाज़ाकी प्रिफेक्चर और पास के शिकोको द्वीप के कोचि प्रिफेक्चर के लिए जारी की गई थी, जिसे आधी रात से पहले हटा दिया गया।
विनाश और नुकसान की गाथा
यद्यपि किसी बड़े दुर्घटना की सूचना नहीं है, परंतु कुछ स्थानों पर मामूली क्षति दर्ज की गई है। इनमें एक छोटे भू-स्खलन द्वारा सड़क का अवरोधन और कुछ भूमिगत जल पाइप्स का टूटना शामिल है। क्यूसू प्रांत में एक व्यक्ति सीढ़ियों से गिरकर हल्का घायल हो गया है। प्रशासन और विशेषज्ञों ने आफ्टरशॉक्स की चेतावनी दी है, जो आने वाले दो से तीन दिनों में आ सकते हैं।
अंकल हाउस का निरीक्षण और बिजली व्यवस्था
क्षेत्र में स्थित किसी भी नाभिकीय संयंत्र में कोई विकार नहीं पाया गया और बिजली आपूर्ति भी पूरी तरह से सही रही। यह भूकंप पश्चिमी जापान के बड़े हिस्से में महसूस किया गया। विशेषज्ञों का कहना है कि यह भूकंप शायद नांकैई गर्त में बड़ी घटनाओं के लिए चेतावनी हो सकता है। यहाँ पिछले सौ से डेढ़ सौ वर्षों में कई बड़े भूकंप आते रहे हैं।
घटना वर्ष | भूकंप स्थान | तीव्रता |
---|---|---|
1944 | टोनानकाई | 8.0 |
1946 | नांकै | 8.4 |
सरकार द्वारा किए गए अनुमानों के अनुसार, आने वाले तीस वर्षों में 70 से 80 प्रतिशत संभावना है कि नांकैई गर्त क्षेत्र में 8 से 9 तीव्रता का भूकंप आएगा। इन संभावनाओं से सावधान रहकर ही इस आपदा से निपटा जा सकता है। स्थानीय शासन और जनता को न केवल सतर्क रहना चाहिए बल्कि भूकंप प्रबंधन के लिए आवश्यक तैयारियों पर विशेष ध्यान देना चाहिए।