वायु शुद्धिकारक — घर की हवा साफ रखने का सरल मार्गदर्शक

क्या आपके घर में धूल, एलर्जी या स्मॉग की वजह से खांसी-खुजली रहती है? एक अच्छा वायु शुद्धिकारक (एयर प्यूरीफायर) ये समस्या काफी हद तक हल कर सकता है। नीचे सीधे, व्यवहारिक और रोज़ के उपयोग के हिसाब से समझाया गया है कि किस तरह का एयर प्यूरीफायर आपके लिए सही रहेगा और उसे कैसे इस्तेमाल करें।

किस तरह का फिल्टर जरूरी है?

HEPA फिल्टर: सबसे महत्वपूर्ण। HEPA (High Efficiency Particulate Air) छोटे कणों जैसे पराग, धूल और कुछ वायरस-टाइप पार्टिकल्स को पकड़ता है। अगर आपको एलर्जी या अस्थमा है तो HEPA जरूरी है।

एक्टिवेटेड कार्बन: बदबू और गैसें जैसे वाष्प (VOCs) हटाने के लिए जरूरी। खाना पकाने या धुआं होने पर ये मदद करता है।

प्रि-फिल्टर: बड़े कण जैसे बाल और घरेलू धूल बचा लेता है और मुख्य फिल्टर की लाइफ बढ़ाता है।

UV या आयनाइज़र: कुछ मॉडलों में UV लाइट या आयन तकनीक होती है। ये बैक्टीरिया और वायरस कम कर सकती है, पर इनके फायदे-नुकसान अलग होते हैं। खासकर आयनाइज़र ओज़ोन छोड़ सकते हैं, इसलिए संवेदनशील घरों में सावधानी रखें।

कैसे चुनें: कमरे का आकार, CADR और शोर

कमरे का आकार: सबसे पहले कमरे का क्षेत्रफल मापें। उत्पाद के स्पेसिफिकेशन में दिए CADR (Clean Air Delivery Rate) और कवर एरिया देखें। उदाहरण के लिए 20-25 वर्गमीटर वाले कमरे के लिए मध्यम CADR वाला प्यूरीफायर लें।

CADR क्या है? यह बताता है कि प्यूरीफायर कितनी तेजी से हवा से कण हटाता है। जितना बड़ा CADR, उतनी जल्दी और बेहतर सफाई।

शोर और ऊर्जा: रात में शांत ऑपरेशन चाहिए तो डिवाइस की नाइट मोड या DB रेटिंग देखें। एनर्जी-स्टार या कम बिजली खपत वाले मॉडल बिजली बिल कम रखते हैं।

रख-रखाव और लागत: फ़िल्टर की कीमत और जीवनकाल जाँचें। कुछ फिल्टर 6-12 महीने बदलने होते हैं, कुछ 2-3 साल तक चलते हैं। असली फिल्टर लें — सस्ते नकली फिल्टर असर नहीं करते।

रियल-लाइफ टिप्स: प्यूरीफायर को दीवार से 20-30 सेमी दूर रखें, खिड़की बंद करके चलाएँ (खासकर जब AQI खराब हो) और रात में कम स्पीड पर लगातार चलाने से बेहतर रिजल्ट मिलता है। खाना बनाते समय एक्टिवेटेड कार्बन वाला मॉडल रख लें।

क्या आपको हर कमरे में प्यूरीफायर चाहिए? नहीं। बड़े परिवारों में मुख्य रहने वाले कमरे और बेडरूम सबसे ज़रूरी हैं। बच्चे या बुज़ुर्ग के कमरे को प्राथमिकता दें।

अंत में, सही फिल्टर और उचित रख-रखाव से वायु शुद्धिकारक आपके घर की हवा को काफी साफ कर सकता है। खरीदने से पहले CADR, फिल्टर टाइप, शोर और फ़िल्टर कॉस्ट पर ध्यान दें — यह छोटे-छोटे फैसले लंबे समय में फर्क डालते हैं।

दिल्ली में प्रदूषण से लोग बेहाल: वायु शुद्धिकारकों और मास्क की बिक्री में उछाल

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दिल्ली और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में प्रदूषण के खतरनाक स्तर के चलते वायु शुद्धिकारकों और मास्क की बिक्री में तेज वृद्धि देखी जा रही है। शहर की वायु गुणवत्ता अत्यधिक खराब हो गई है, जिससे नागरिकों को अपनी सेहत की रक्षा के लिए उपाय खोजने पर मजबूर होना पड़ा है। घरों और कार्यस्थलों में वायु शुद्धिकारकों की बिक्री क्रमशः 70% और 200% बढ़ गई है। इसी के साथ, एन95 मास्क की मांग में भी तेजी आई है।

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