समुद्र शांत दिखते हुए भी अचानक खतरनाक हो सकता है। अगर आपको सुनामी चेतावनी मिले या समुद्र का व्यवहार असामान्य लगे — जैसे पानी तेजी से पीछे हटना या जोरदार भूकंप — तो देर मत करें। नीचे सीधे और काम के कदम दिए गए हैं जिन्हें तुरंत अपनाया जा सकता है।
1) आधिकारिक अलर्ट सुनते ही अपने फोन पर संदेश/सायरन/रेडियो का ध्यान रखें। भारत में INCOIS और स्थानीय प्रशासन सूचनाएँ जारी करते हैं।
2) समुद्र से दूर और ऊँचाई पर जाएँ — यदि संभव हो तो कम से कम 1–3 किमी अंदर या 10–30 मीटर ऊपर की जगह तक पहुँचें। यदि ऊँचा स्थान पास में न हो तो कई मंज़िला इमारत की ऊपरी मंजिल पर जाएँ।
3) अपने और परिवार के सदस्यों को इकट्ठा करें। बच्चों, बुजुर्गों और पालतू जानवरों को साथ रखें। वाहन का उपयोग तब तक न करें जब तक रास्ता साफ न हो—ट्रैफिक फास्ट बाधा बन सकता है।
4) यदि आप भूकंप महसूस करते हैं और तटवर्ती क्षेत्र में हैं, तो भूकंप खत्म होते ही तुरंत उच्च स्थान की ओर बढ़ें — आधिकारिक चेतावनी का इंतज़ार न करें।
छोटा मगर असरदार बैग तैयार रखें: पीने का पानी (कम से कम 2 लीटर प्रति व्यक्ति रोज़), फर्स्ट‑एड किट, टॉर्च और अतिरिक्त बैटरी, पावर बैंक, जरूरी दवाइयां, नकद, पहचान पत्र और महत्वपूर्ण दस्तावेज पानी-प्रतिरोधी ढंग से पैक करके रखें।
आपका परिवार प्लान होना चाहिए: मिलने की जगह, एक स्थानीय और एक दूर के रिस्तेदार का फोन जो सभी को पता हो, और इमरजेंसी नंबर — भारत में 112 याद रखें।
सुरक्षा के कुछ सीधा तरीके — पानी में कभी न तैरें, बहते हुए मलबे से दूर रहें, टूटे तारों से दूरी बनाए रखें। अगर आपको ऊपरी मंजिल पर शरण मिली है तो आधिकारिक ‘ऑल क्लियर’ सुनने तक वापस न लौटें।
बाद में ध्यान रखें: सुनामी के बाद जल, खाद्य आपूर्ति और स्वास्थ्य सेवाओं में रुकावट आ सकती है। खाने की चीज़ें तभी खोलें जब वे साफ हों। संक्रमित पानी से बचें और घायलों को प्राथमिक उपचार दें। स्थानीय राहत शिविर और प्रशासन की सूचनाओं पर नज़र रखें।
साधारण सावधानी और तेज़ निर्णय अक्सर जीवन बचाते हैं। तटीय क्षेत्र में रहते हैं तो INCOIS की साइट, स्थानीय आपदा प्रबंधन और मोबाइल अलर्ट सेवाएँ सक्रिय रखें। एक छोटा तैयार बैग और स्पष्ट परिवार प्लान आपको मुसीबत में तेज़ी से काम करने में मदद करेगा।
दक्षिण-पश्चिमी जापान के ह्युगा नाडा सागर इलाके में 6.6 तीव्रता का भूकंप आया, जिसके बाद सुनामी की चेतावनी जारी की गई और फिर इसे वापस ले लिया गया। भूकंप ने प्रदेश में मामूली क्षति पहुंचाई। भूकंप के कारण कुछ स्थानों पर छोटी भू-स्खलन और भूमिगत पाइप्स टूटने की घटनाएं हुईं। प्रशासन ने संभावित आफ्टरशॉक्स की चेतावनी दी है।
आगे पढ़ें