सोना खरीदना है या निवेश — सबसे पहले जानना ज़रूरी है कि आज की सोने की कीमतें क्या हैं और किस हिसाब से बदलती रहती हैं। रेट देखने से पहले यह समझ लें कि भारत में कीमत आमतौर पर ग्राम या 10 ग्राम के हिसाब से दी जाती है और दीलेवरी, ब्रांड, और शहर के अनुसार थोड़ा अंतर हो सकता है।
सोना अंतरराष्ट्रीय बाजार, डॉलर-रुपया विनिमय दर, वैश्विक मांग, केंद्रीय बैंकों की खरीद-बिक्री और आर्थिक अनिश्चितता से प्रभावित होता है। जब डॉलर मजबूत होता है तो सोने की कीमत आमतौर पर बढ़ती है; साथ ही त्योहार या शादियों के सीज़न में लोकल मांग बढ़ने से भी रेट ऊँचा होता है। भारत में MCX और अंतरराष्ट्रीय LBMA रेट्स पर नज़र रखने से आपको असली ट्रेंड समझ में आएगा।
हॉलमार्किंग, कैरेट (22K बनाम 24K) और मिलावट भी कीमत तय करते हैं। 24 कैरट शुद्धता ज़्यादा होती है लेकिन ज्वेलरी के लिए 22 कैरट ज्यादा आम है क्योंकि वह मजबूत रहती है। ज्वेलरी की कीमत में 'मेकिंग चार्ज' और GST अलग से जोड़ना पड़ता है — ये दोनों दुकान से दुकान में बदलते हैं, इसलिए बिल में विवरण जरूर देखें।
1) तुलना करें: ताज़ा रेट कई वेबसाइट और प्रमुख ज्वेलर्स पर देखें। मोबाइल पर लाइव रेट चेक करना अच्छा रहता है।
2) बिल और हॉलमार्क: BIS हॉलमार्क और खरीद-बिक्री का पूरा बिल मांगें। बिल पर ग्राम और कैरेट स्पष्ट होने चाहिए।
3) मेकिंग चार्ज समझें: ज्वेलरी खरीदते वक्त मेकिंग चार्ज कितना लगेगा, किस दर पर है और क्या GST अलग लगेगा — ये पहले ही पूछ लें।
4) निवेश के विकल्प: अगर शुद्ध निवेश चाहिए तो बार/कॉइन खरीदना बेहतर है (कम मेकिंग चार्ज)। Sovereign Gold Bonds (SGB) में स्टोरेज नहीं, ब्याज मिलता है और टैक्स के फायदे भी होते हैं।
5) खरीदने का सही समय: अगर आप निवेश कर रहे हैं तो ट्रेंड देखकर खरीदें — अचानक ऊँचाई पर खरीदने से जोखिम बढ़ता है। लंबे अवधि के लिए नियमित छोटी खरीद (SIP जैसा) जोखिम कम कर सकती है।
भरोसेमंद स्रोत चुनें और भाव में मामूली फर्क होने पर भी जल्दबाजी न करें। अगर जेवरात लेना है तो डिजाइन, वज़न और बाद की सर्विस (रिफाइनिंग, रिपेयर) की जानकारी रखें। ऑनलाइन खरीद में रिव्यू, रिटर्न पॉलिसी और असली बिल की गारंटी चेक करना ज़रूरी है।
सुरक्षा: बड़े निवेश के लिए लॉक्ड लॉकर या बैंक लॉकर विचार करें और कीमती सिक्कों/बार्स का बीमा करवा लें।
हमारी टीम "भरोसेमंद समाचार" पर रोज़ाना ताज़ा रेट और संबंधित खबरें देती है — अगर आप नियमित रेट अपडेट चाहते हैं तो साइट पर विजिट करते रहें। सवाल हैं? नीचे पूछिए, मैं मदद करूँगा।
डॉलर में उछाल के चलते सोने की कीमतों में गिरावट दर्ज की गई, जब डोनाल्ड ट्रम्प ने अमेरिकी राष्ट्रपति का खिताब एक बार फिर हासिल कर लिया। निवेशक फेडरल रिजर्व की नीतियों पर नजर बनाए हुए हैं, जो सोने के भविष्य को प्रभावित कर सकती हैं। अन्य कीमती धातुएं जैसे चांदी, प्लैटिनम और पैलेडियम भी गिरावट का सामना कर रही हैं।
आगे पढ़ें