रूस में सरकारी फैसले सिर्फ देश के अंदर असर नहीं रखते — वैश्विक तेल-गैस मार्केट, सुरक्षा नीति और अंतरराष्ट्रीय रिश्तों पर भी असर पड़ता है। जब भी मास्को कोई बड़ा फैसला लेता है, इसका असर तेल की कीमतों, यूरोप की ऊर्जा सुरक्षा और भारत जैसी देशों की व्यापार नीतियों पर दिखता है।
अगर आप यह टैग फॉलो कर रहे हैं तो यहाँ आपको मिलेंगे सरकार के नए फैसले, अर्थव्यवस्था के संकेत, विदेश नीति के बदलते रूख और कभी-कभी दिल छू लेने वाली लोकल कहानियां भी। उदाहरण के लिए हमारे सॉफ़्ट-न्यूज़ में एक भावुक वीडियो दिखा जहां एक भारतीय दामाद को रूसी ससुराल ने गर्मजोशी से स्वागत किया — ये छोटे पल भी रिश्तों की तस्वीर बताते हैं।
हमारी रिपोर्ट्स सीधे और काम की होती हैं। हम निम्न बातें आसान भाषा में बताते हैं:
हम हर खबर के साथ सवाल उठाते हैं: यह फैसला किसके लिए फायदेमंद है? किसको नुकसान होगा? और यह आपके—या भारत के—लिहाज़ से क्यों जरूरी है?
अगर आप रूसी सरकार की खबरें समझना चाहते हैं तो कुछ बातों पर ध्यान दें: राष्ट्रपति या कैबिनेट के आधिकारिक बयान, ऊर्जा एक्सपोर्ट रिपोर्ट, और अंतरराष्ट्रीय प्रतिबंधों के संकेत। ये तीनों अक्सर मिलकर बड़ी तस्वीर बनाते हैं।
हमारी कवरेज में आप सीधे-सीधे निष्कर्ष और असर पढ़ेंगे — लंबी राजनीतिक बोली नहीं। चाहते हैं तो शुरु में सरकारी बयान पढ़ें, फिर हमारी रिपोर्ट से समझें कि उसका प्रभाव रोज़मर्रा पर कैसे पड़ेगा।
हम रोज़ाना अपडेट लाते हैं और ताज़ा घटनाओं पर तेज़ विश्लेषण देते हैं। अगर आपने अभी-अभी रूसी सरकार से जुड़ा कोई बयान या घटना सुनी है और उसे समझना चाहते हैं, तो इस टैग के लेख आपके लिए उपयोगी होंगे।
अंत में एक बात: राजनीति और अंतरराष्ट्रीय नीतियाँ तेजी से बदलती हैं। इसलिए खबरों को समय के साथ देखें और हमारी ताज़ा रिपोर्ट्स के लिए इस टैग को फॉलो करें। हमारे हालिया कवरेज में आप मानव-रुचि वाली कहानियों के साथ-साथ कठोर नीति रिपोर्ट भी पढ़ सकते हैं — दोनों ही जरूरी होते हैं पूरा हाल समझने के लिए।
रूसी अधिकारियों और टिप्पणीकारों ने हाल के अमेरिकी चुनावी हस्तक्षेप के आरोपों का मजाक उड़ाया। राष्ट्रपति पुतिन ने हंसी में कह दिया कि वो उपराष्ट्रपति कमला हैरिस का समर्थन करेंगे। यह सब उस वक्त हुआ जब अमेरिकी न्याय विभाग ने रूसी राज्य संचालित प्रसारक RT पर अमेरिकी चुनाव में हस्तक्षेप करने का आरोप लगाया।
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