भारत में कर प्रणाली को सरल बनाना हमेशा सरकार का लक्ष्य रहा है। अब GST 2.0 के साथ यह लक्ष्य और करीब आया है। अगर आप छोटे व्यापारी, फ्रीलांसर या बड़ी कंपनी चलाते हैं, तो यह टैग पेज आपके लिये बहुत मददगार रहेगा। नीचे हम बतायेंगे कि GST 2.0 में क्या नया है, यह कैसे काम करेगा और आपके रोज़मर्रा के लेन‑देन पर इसका क्या असर पड़ेगा।
GST 2.0 मूल रूप से मौजूदा वस्तु एवं सेवा कर (GST) का उन्नत संस्करण है। यह दो साल से चला आ रहा GST में कुछ तकनीकी और अनुपालन संबंधी सुधार लाता है। अब रिटर्न फाइलिंग आसान होगी, झंझट वाले कर स्लैब कम किए गए हैं और करदाता पोर्टल को मोबाइल‑फ्रेंडली बनाया गया है। इस बदलाव का मुख्य उद्देश्य करदाता को समय बचाना और कर संग्रह को तेज़ी से करना है।
1. आदर्श रिटर्न फॉर्म – अब सभी करदाताओं को एक ही फॉर्म भरना पड़ेगा, चाहे वो छोटे या बड़े हों। इससे फाइलिंग का समय आधा हो गया है।
2. ऑटोमेटेड इनवॉइस जेनरेशन – सॉफ्टवेयर अब इनवॉइस को खुद‑ब-खुद जनरेट करेगा, जिससे मैन्युअल त्रुटियाँ घटेंगी।
3. रियल‑टाइम कर रिफंड – पहले कई हफ्ते लगते थे रिफंड में, अब यह प्रक्रिया कुछ ही दिनों में पूरी हो सकती है।
4. छोटे व्यवसायों के लिए विशेष दर – GST 2.0 में छोटे व्यापारियों पर 5% की विशेष दर लागू की गई है, जिससे उनकी शुद्ध मार्जिन बेहतर होगी।
5. पोर्टल में एआई सहायक – अगर रिटर्न भरते समय कोई दिक्कत आती है, तो एआई चैटबॉट तुरंत मदद कर सकता है।
इन बदलावों के कारण करदाता अब कम समय में अधिक सटीक जानकारी जमा कर सकते हैं। विशेषकर छोटे व्यापारियों को अब कम फॉर्म भरने की जरूरत पड़ेगी और रिफंड तेज़ी से मिलेगा। बड़े कंपनियों को भी अपने कई अनुशाखों के लिए एक ही पोर्टल से रिपोर्टिंग करने में सुविधा होगी।
यदि आप अभी भी GST 2.0 को लेकर अनिश्चित हैं, तो सबसे आसान तरीका है आधिकारिक पोर्टल पर लॉगिन करके ‘ट्यूटोरियल’ सेक्शन देखना। वहाँ चरण‑बद्ध मार्गदर्शन मिलता है और आपके सभी सवालों के जवाब मिलते हैं। आपके पास अगर कोई विशेष सवाल है, तो आप ‘सहायता’ बटन पर क्लिक करके सीधे सहायता केंद्र से संपर्क कर सकते हैं।
GST 2.0 का उद्देश्य कर प्रणाली को अधिक पारदर्शी बनाना है, जिससे दुर्व्यवहार कम हो और सरकार का राजस्व स्थिर रहे। इस नई प्रणाली से आप न सिर्फ अपना टैक्स पैसा सही समय पर दे पाएँगे, बल्कि रिफंड भी जल्दी मिलेगी। इस कारण व्यापार में निवेश और विस्तार भी आसान होगा।
आखिर में, यदि आप अभी भी पुराने GST सिस्टम पर फँसे हुए हैं, तो एक बार GST 2.0 की सुविधाओं को आज़माएँ। छोटे कदमों से शुरू करें – जैसे कि पोर्टल पर अपने प्रोफ़ाइल को अपडेट करना या नई इनवॉइस टेम्पलेट का प्रयोग करना। धीरे‑धीरे आप समझेंगे कि यह बदलाव आपके लिए कितनी बड़ी राहत ले आया है।
GST 2.0 के बाद महिंद्रा ने अपनी SUV रेंज के दाम 1.56 लाख रुपये तक घटाए। 6 सितंबर 2025 से नई कीमतें लागू हैं, जबकि सरकारी नई दरें 22 सितंबर से प्रभाव में आएंगी। सबसे ज्यादा फायदा सब-4 मीटर डीज़ल SUVs पर, जहां बचत 13% तक है। बड़ी SUVs पर लाभ 10% तक। त्योहार सीजन में मांग बढ़ने की उम्मीद, कई अन्य कंपनियों ने भी दाम घटाए।
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