बैलिस्टिक मिसाइलें आज की सुरक्षा की सबसे चर्चा वाली तकनीक हैं। खबरों में इनके परीक्षण, तैनाती और इंटरसेप्शन की खबरें अक्सर दिखती हैं। अगर आप समझना चाह रहे हैं कि ये क्या हैं, किस तरह काम करतीं हैं और आम आदमी के लिए क्या मायने रखती हैं, तो यह पेज उसी के लिए है।
बैलिस्टिक मिसाइलें मोटे तौर पर तीन चरणों में काम करती हैं: लॉन्च, बूस्टर फेज और बैलिस्टिक फेज। लॉन्च के बाद रॉकेट मोटर मिसाइल को अंतरिक्ष या ऊंची उड़ान पर ले जाता है। इसके बाद यह तराजू जैसी कर्व पर ग्रेविटी के प्रभाव में लक्ष्य की ओर लौटती है — इसे बैलिस्टिक ट्रैजेक्टरी कहते हैं। मार्गदर्शन सिस्टम शुरुआती और आवश्यक मोड़ प्रदान करते हैं, लेकिन आखिरी उड़ान ग्रेविटी निर्धारित करती है।
इन मिसाइलों में अलग-अलग वॉरहेड लगते हैं—एकल, कई वितरित (MIRV) या पारंपरिक और परमाणु। जरूरी तो यह जानना है कि बैलिस्टिक मिसाइल क्रूज़ मिसाइल से अलग होती हैं: क्रूज़ मिसाइलें सतह के करीब उड़ती हैं और इंजन द्वारा मार्गदर्शित रहती हैं, जबकि बैलिस्टिक भाग में आकर केवल गुरुत्वाकर्षण काम आता है।
रेंज के हिसाब से मिसाइलें आम तौर पर शॉर्ट-रेंज, मिड-रेंज, इंटरमीडियेट और ICBM जैसी श्रेणियों में बांटी जाती हैं। रेंज और वॉरहेड के हिसाब से खतरा बदलता है। खबर में जब कोई देश किसी मिसाइल का परीक्षण करता है, तो यह अलग बात होती है कि वह परीक्षण क्यों कर रहा है—डिटर्जेंस दिखाना, टेक्नोलॉजी पर काम या वास्तविक परिचालन क्षमता बढ़ाना।
खबरों को देखते समय ध्यान रखें: परीक्षण का मतलब तुरंत आक्रमण नहीं होता। वहीं, लगातार परीक्षण और तैनाती से क्षेत्रीय तनाव बढ़ सकता है। अगर आप आम पाठक हैं तो देखें- क्या मिसाइल का लक्ष्य घोषित है, क्या वॉरहेड का प्रकार बताया गया, और अंतरराष्ट्रीय समुदाय ने क्या प्रतिक्रिया दी।
रक्षा की तैयारी में सबसे अहम चीजें हैं: रडार और सेंसर, इंटरसेप्टर मिसाइल और अच्छी कमांड-नियंत्रण प्रणाली। बैलिस्टिक मिसाइल रक्षा (BMD) प्रणालियाँ लक्ष्य को समय रहते ट्रैक कर इंटरसेप्ट करती हैं। लेकिन कोई सिस्टम पूरी तरह पक्के नहीं होते — कई बार मौसम, रडार कवरेज और मिसाइल की तकनीक इन प्रणालियों की कार्यक्षमता पर असर डालते हैं।
नागरिकों के लिए व्यवहारिक बातें भी हैं। पहली बात- अफवाहों पर भरोसा न करें; आधिकारिक स्रोत और प्रमाणिक समाचार देखें। दूसरी, स्थानीय आपात निर्देशों का पालन करें—यदि कभी चेतावनी आई तो सरकारी निर्देश ही मानें।
अगर आप इस टैग की खबरें पढ़ रहे हैं तो जानना उपयोगी होगा कि टेक्नोलॉजी लगातार बदल रही है। देश अपनी मिसाइल क्षमताओं और रक्षा प्रणालियों में सुधार कर रहे हैं। इसलिए खबरों को संदर्भ में देखें और सनसनी पर नहीं।
इस पेज पर आपको बार-बार अपडेट मिलेंगे जब भी बैलिस्टिक मिसाइल से जुड़ी कोई नई और सत्यापित खबर आएगी। किसी खबर का अर्थ समझना मुश्किल लगे तो आप सीधे कमेंट कर सकते हैं — हम सरल भाषा में जवाब देंगे।
ईरान ने इजरायल पर 180 से अधिक बैलिस्टिक मिसाइलें दागी हैं, जिससे इजरायल ने गंभीर परिणामों की चेतावनी दी है। इस हमले का मकसद हाल ही में इजरायल द्वारा दक्षिणी लेबनान में 'हिज़्बुल्लाह आतंकवादी ठिकानों' पर की गई कार्रवाई का प्रतिशोध था। अमेरिका भी इस स्थिति पर निगरानी रखे हुए है और किसी भी हमले के खतरे को रोकने की तैयारियों में जुटा है।
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