आतंकवाद की खबरें अक्सर तेज़ी से बदलती हैं और अफवाहें भी फैलती हैं। यहां आप पायेंगे ताज़ा घटनाओं की रिपोर्ट, घटनाओं के असर का सरल विश्लेषण और रोज़मर्रा की सुरक्षा सलाह जो तुरंत काम आए। भरोसेमंद समाचार और आधिकारिक सूचना के बीच फर्क समझना जरूरी है — और हम यही करते हैं।
जब कोई विस्फोट, मिली-भगत या संदिग्ध घटनाक्रम सामने आए तो पहले पूछें: स्रोत कौन है? आधिकारिक एजेंसियों (पुलिस, NIA, राज्य सरकार) की पुष्टि देखें। सोशल मीडिया पर केवल तभी शेयर करें जब कम से कम दो विश्वसनीय स्रोत एक जैसी जानकारी दे रहे हों। वीडियो देखकर तुरंत निष्कर्ष मत निकालिए — कई बार पुराना फुटेज या मिसलैबल क्लिप वायरल होता है।
एक जल्दी की जाँच: न्यूज एजेंसी का नाम, सरकारी बयान, स्थानीय पुलिस का ट्विटर/वेबसाइट और विश्वसनीय अख़बारों की कवरेज पर बारीकी से नजर रखें। हमारी साइट पर भी ऐसी घटनाओं के दौरान प्रमाणित अपडेट दिए जाते हैं, ताकि आप गलत खबरों से बचे रहें।
अगर आप घटना के नज़दीक हैं तो अपनी सुरक्षा पहले रखें। भीड़ से दूर रहें, संभावित खतरे वाले इलाकों की तस्वीरें या वीडियो लेने में सावधानी बरतें — कभी-कभी फ़ुटेज की वजह से आप खुद खतरे में पड़ सकते हैं।
आप तुरंत स्थानीय पुलिस को सूचित कर सकते हैं — 100 पर कॉल करें या अपना राज्य-विशेष पुलिस हेल्पलाइन इस्तेमाल करें। संदिग्ध पैकेज या व्यवहार देखना हो तो 112/1099 जैसे आपात नंबर पर जानकारी दें। ऑनलाइन संदिग्ध सामग्री मिली तो साइबर क्राइम पोर्टल पर रिपोर्ट करें।
यदि किसी को रेडिकल विचारों की ओर बढ़ता देख रहे हैं तो शांत और समझदारी से बात करें, परिवार या समुदाय के बुज़ुर्गों से मदद लें और जरूरत पड़े तो स्थानीय प्रशासन या सोशल वेलफेयर सेवाओं को सूचित करें। एजेंसियाँ अक्सर सामुदायिक भागीदारी स्वीकार करती हैं और समय पर सूचनाएँ लेने पर कार्रवाई कर पाती हैं।
यात्रा करते वक्त सार्वजनिक स्थानों पर सतर्क रहें, बैग की निगरानी रखें और असामान्य वस्तुओं से दूरी बनाकर रखें। बड़ी भीड़ वाले आयोजनों में एग्ज़िट मार्ग पहले से नोट कर लें। अगर आप विदेशी यात्रा पर हैं तो वहां के सुरक्षा निर्देश और अपने देश के दूतावास की सलाह पढ़ें।
हमारी कवरेज राजनीतिक विश्लेषण, घटनाक्रम और कानूनी पहलुओं को सरल भाषा में बताती है ताकि आप समझ सकें कि क्या हुआ और क्या होने की संभावना है। सवाल हैं? रिपोर्ट्स में कोई संदिग्ध जानकारी दिखे तो हमारी साइट पर कमेंट या दिए गए रिपोर्ट-बटन से भेजें — हम उसे जाँच कर प्रकाशित सूचना के साथ जोड़ते हैं।
सुरक्षित रहें, भरोसेमंद स्रोत देखें और अगर nötig हो तो कार्रवाई के लिए स्थानीय अधिकारियों से तुरंत संपर्क करें।
भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने नई दिल्ली में द्विपक्षीय वार्ता की, जिसमें रक्षा संबंधों को बढ़ाने, आतंकवाद पर सहयोग, और सीमा प्रबंधन पर चर्चा की गई। वार्ता में आर्थिक साझेदारी, डिजिटल और ऊर्जा संपर्क, और पर्यावरणीय मुद्दों पर भी विस्तृत विचार-विमर्श हुआ।
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