10मी एयर राइफल — आसान और सटीक गाइड

10मी एयर राइफल शूटिंग एक स्टैंडिंग पोजिशन में की जाने वाली सटीक खेल है। अगर आप सोच रहे हैं कि कैसे शुरू करें या अपनी स्कोरिंग बढ़ाएँ, तो यहां सीधे, काम के तरीके दिए गए हैं जो तुरंत लागू किए जा सकते हैं।

बुनियादी नियम और मुकाबला फॉर्मेट

10 मीटर दूरी पर एयर राइफल से लक्ष्य बचाता है। निशाना 10 रिंग्स में बँटा होता है और उच्चतम अंक 10.9 तक माइक्रो-स्कोरिंग में गिना जा सकता है। इंटरनेशनल लेवल पर ISSF नियम लागू होते हैं: आमतौर पर क्वालिफिकेशन में पुरुषों/महिलाओं के लिए समय-सीमाएँ और शॉट्स तय होते हैं। ओलंपिक और विश्व चैंपियनशिप में अलग- अलग फाइनल फॉर्मेट होते हैं जहाँ क्वालिफायर के बाद शूटआफ होता है।

टॉरगेट पर सटीकता के लिए स्थिर स्टैंडिंग जरूरी है। पोजिशन बदलने की जरूरत नहीं रहती, लेकिन बैलंस, फीडबैक और शॉट कंसिस्टेंसी पर कड़ी निगरानी चाहिए।

जरूरी उपकरण और कैसे चुनें

राइफल: 4.5mm (.177) प्रोजेक्टाइल चलाने वाली प्रीसीज़न एयर राइफल लें। लोकप्रिय ब्रांडों में Feinwerkbau, Anschütz और Steyr आते हैं। शुरुआती के लिए एड्जस्टेबल स्टॉक और ग्रिप जरूरी।

पेललेट: सदा प्रीमियम ब्रांड के ही इस्तेमाल करें, क्योंकि पेललेट का वैरिएशन शॉट पर बड़ा असर डालता है।

कपड़े और गियर: शूटिंग जैकेट और पैंट से स्थिरता बढ़ती है। शूटिंग ग्लव और शूज सही ग्रिप देते हैं। चेहरा और आँखों के पास शॉइल्डिंग और आई ब्लॉक का इस्तेमाल करें।

सुरक्षा और रखरखाव: PCP राइफल में एयर सिलेंडर प्रेशर चेक करें। राइफल साफ रखें, बार-बार ड्राइफायर करना चाहिए ताकि ट्रिगर और बैलेंस सेंस बन रहे। गन केस सुरक्षित जगह पर रखें और बच्चों से दूर रखें।

प्रैक्टिकल ट्रेनिंग टिप्स: रोज़ाना छोटे सत्र रखें — 30 मिनट फोकस्ड शॉट्स बेहतर हैं बनिस्बत लंबी थकाऊ प्रैक्टिस के। ब्रेथ कंट्रोल पर काम करें: इक्सपोजर से पहले गहरी साँस लें, श्वास छोड़कर 2–3 सेकंड में शॉट लें।

ड्रिल्स: 1) 10 मिनट ड्राई फायरिंग — बिना पेलเล็ต के शॉट की आदत बनाएं। 2) 20 शॉट्स पर डिसिप्लिन — हर शॉट के बाद नोट करें त्रुटि। 3) टाइम ट्रायल — सीमित समय में 5 शॉट्स से कम्पोजिशन बनाएं।

क्लब और कोचिंग: इंडिया में शूटिंग क्लब और एसोसिएशन से जुड़ें। आरएफआई या स्थानीय क्लब में रजिस्टर कर के शूटिंग रेंज का अनुभव लें। कोच आपको पोस्चर और ट्रिगर टेक्निक में जल्दी सुधार दिलाएगा।

क्या यह खेल महंगा है? शुरुआती निवेश मध्यम होता है; लेकिन सही गियर और नियमित कोचिंग से आप जल्दी बेहतर स्कोर कर सकते हैं। अगर आप प्रतियोगिता लक्ष्य रखते हैं तो धीरे-धीरे बेहतर राइफल और गियर में निवेश करें।

शुरू करें? पहले एक दिन रेंज विजिट करें, कोच से बात रखें और बेसिक सेशन लेकर देखें। छोटे-छोटे सुधार ही बड़े स्कोर बनाते हैं।

पेरिस पैरालिंपिक में अवनी लेखरा ने जीता स्वर्ण, मोना अग्रवाल को कांस्य

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पेरिस पैरालिंपिक में अवनी लेखरा ने 10 मीटर एयर राइफल स्टैंडिंग SH1 शूटिंग में स्वर्ण पदक जीता और मोना अग्रवाल ने कांस्य पदक हासिल किया। इस विजय से अवनी ने पैरालिंपिक रिकॉर्ड तोड़ा और पहली भारतीय महिला बन गईं जिन्होंने दो स्वर्ण पदक जीते हैं। इन पदकों के साथ भारत पदक तालिका में नौवें स्थान पर पहुंच गया है।

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