SBI PO Prelims Result 2025 जारी – कट‑ऑफ, परिणाम जांच और आगे की प्रक्रिया

परिणाम का आधिकारिक जारी होना
State Bank of India ने 1 सितंबर 2025 को SBI PO Prelims Result 2025 को आधिकारिक रूप से प्रकाशित किया। यह घोषणा 6.2 लाख से अधिक उम्मीदवारों को राहत पहुंचाती है, जिन्होंने 4‑5 अगस्त को देश भर में कई शिफ्टों में परीक्षा दे दी थी। परिणाम देखना अब सत्रह‑सेंकड़ों संभावनाओं के साथ सरल हो गया है: अभ्यर्थियों को सिर्फ sbi.co.in की Careers सेक्शन में जाकर अपना Registration Number या Roll Number और जन्म तिथि दर्ज करनी है। लॉग‑इन होते ही स्कोरकार्ड, विस्तृत अंक और वर्ग‑वार कट‑ऑफ़ पता चल जाता है।
यह परीक्षक के लिए एक महत्वपूर्ण चरण है, क्योंकि Prelims सिर्फ क्वालिफाइंग राउंड है; अंक को अंतिम मेरिट लिस्ट में नहीं जोड़ा जाता। अब सफल उमेदवारों को Main Examination के लिए तैयार होना होगा, जो 13 सितंबर 2025 को निर्धारित है।

कट‑ऑफ़ में नया रिकॉर्ड और आगे की तैयारी
इस साल के कट‑ऑफ़ में पहले की तुलना में स्पष्ट उछाल देखा गया। जनरल श्रेणी का कट‑ऑफ़ 61.75 से बढ़कर 66.75 अंक हो गया, जबकि EWS श्रेणी 60.25 से 64.50 अंक तक पहुँच गई। अन्य वर्गों के कट‑ऑफ़ इस प्रकार हैं:
- OBC: 65.50 अंक
- SC: 59.25 अंक
- ST: 51.50 अंक
इन उछालों का कारण उन्नत प्रतिस्पर्धा और कठिन प्रश्नपत्र है, जिससे चयन प्रक्रिया और भी कठोर बन गई है। कुल मिलाकर 6.5 लाखों ने इस भर्ती अभियान में हिस्सा लिया, जिससे इसे देश के सबसे कठिन बैंकिंग परीक्षाओं में गिना जाता है।
अब मुख्य परीक्षा की तैयारी में दो मुख्य पहलू हैं: तेज गति से सटीक उत्तर देना और सैद्धांतिक ज्ञान को व्यवहारिक रूप में बदलना। कई कोचिंग संस्थानों ने सुझाव दिया है कि अभ्यर्थी को त्रि‑पाठ्यक्रम (Quantitative Aptitude, Reasoning और English) के प्रत्येक भाग को अलग‑अलग समय‑सारणी में अभ्यास करना चाहिए, साथ ही पिछले सालों के प्रश्नपत्रों की गहरी विश्लेषणात्मक समीक्षा करनी चाहिए।
मुख्य परीक्षा के बाद दो अंतिम चरण बचे हैं – Psychometric Test और Interview। यह चरण केवल उन उम्मीदवारों के लिए है जो Main Exam में तयशुदा कट‑ऑफ़ को पार करते हैं। इंटरव्यू में बैंकिंग अवधारणा, नेतृत्व कौशल और टीम वर्क का आकलन किया जाता है, जबकि Psychometric Test में अभ्यर्थी की याददाश्त, तर्कशक्ति और तनाव प्रबंधन को परखा जाता है।
भर्ती प्रक्रिया के कुल 541 पोज़ीशन देशभर में वितरित किए जाएंगे, जिसमें महानगर, मेट्रो और ग्रामीण क्षेत्रों की शाखाएँ शामिल हैं। सफल उम्मीदवार को प्रोबेशनरी ऑफिसर (PO) के रूप में नियुक्ति के बाद, एक वर्ष का प्रशिक्षण कार्यक्रम पूरा करना होगा, जिसके बाद उन्हें स्थायी पद पर उतारा जाएगा।
suji kumar
सितंबर 26, 2025 AT 14:56बहुप्रतीक्षित SBI PO Prelims Result 2025 आखिरकार जारी हो गया है, और इस ख़ुशी को शब्दों में बयां करना थोड़ा कठिन लग रहा है; इस परिणाम ने लाखों उम्मीदवारों के दिलों में नई उमंगों की लौ जगा दी है, एक नई आशा, एक नई ऊर्जा। यह परिणाम न केवल व्यक्तिगत सफलता की कहानी है, बल्कि राष्ट्रीय स्तर पर हमारे युवा वर्ग की प्रतिभा और कठिन परिश्रम का प्रमाण भी है; सरकारी बैंक में नौकरी का मकसद केवल आर्थिक सुरक्षा नहीं, बल्कि समाज में योगदान देने की चाह भी होती है। इस वर्ष का कट‑ऑफ़ भी पिछले सालों की तुलना में उल्लेखनीय रूप से बढ़ा है, जो दर्शाता है कि प्रतिस्पर्धा कितनी तीव्र हो गई है, और प्रश्नपत्र की कठिनाई स्तर भी बढ़ा है। जनरल श्रेणी का कट‑ऑफ़ 66.75 अंक पर पहुंच गया, जबकि EWS श्रेणी में 64.50 अंक की सीमा स्थापित हुई, यह संकेत है कि अब उम्मीदवारों को और अधिक सटीक तैयारी की जरूरत है; मात्र रूढ़िवादी अध्ययन नहीं, बल्कि आवेगपूर्ण सोच और तेज़ी से उत्तर देने की क्षमता आवश्यक है। पिछले वर्षों में जो उम्मीदवार आधी रात तक पढ़ते थे, उन्हें अब कड़ी टाईम मैनेजमेंट तकनीकों की महारत हासिल करनी होगी; इससे ही वे Main Exam में सफल हो पाएंगे। एक और महत्वपूर्ण पहलू यह है कि Prelims के अंक अंतिम मेरिट लिस्ट में नहीं गिने जाते, लेकिन यह चरण चयन प्रक्रिया का पहला द्वार खोलता है; इससे उम्मीदवार को आगे की तैयारी में दिशा मिलती है। मुख्य परीक्षा की तैयारी हेतु त्रि‑पाठ्यक्रम (Quantitative Aptitude, Reasoning, English) को समय‑सारणी के अनुसार विभाजित करना चाहिए, और पिछले वर्षों के प्रश्नपत्रों का गहरा विश्लेषण आवश्यक है; यह एक रणनीतिक कदम है। इस सीज़न में कई कोचिंग संस्थानों ने डिजिटल प्लेटफ़ॉर्म और एआई‑आधारित एडेप्टिव टेस्ट का उपयोग करने की सलाह भी दी है, जिससे उम्मीदवार अपनी कमजोरियों को सटीक रूप से पहचान सके। इसके अलावा, Psychometric Test और Interview जैसे अंतिम चरणों के लिए भी तैयार रहना चाहिए, क्योंकि ये चरण मात्र ज्ञान का ही नहीं, बल्कि व्यक्तित्व और नेतृत्व कौशल की भी परीक्षा लेते हैं। बैंकिंग क्षेत्र में आज के युवा अभ्यर्थियों को नैतिक मूल्यों और ग्राहक‑उन्मुख दृष्टिकोण को अपनाना चाहिए; यह न केवल उनकी व्यक्तिगत ब्रांडिंग को मजबूत करेगा, बल्कि संस्था की विश्वसनीयता को भी बढ़ाएगा। कुल मिलाकर, 6.5 लाख उम्मीदवारों के इस भारी प्रतिस्पर्धी माहौल में सफलता प्राप्त करने के लिए न केवल पाठ्यक्रम का पालन करना आवश्यक है, बल्कि निरंतर आत्म‑मूल्यांकन और सुधार भी अनिवार्य है; यही वह मार्ग है जो हमें एक उत्कृष्ट प्रोबेशनरी ऑफिसर बना सकता है। आशा है कि सभी सफल अभ्यर्थी अपनी नई भूमिका में उत्कृष्टता प्राप्त करेंगे, और भारत की आर्थिक प्रगति में योगदान देंगे।
Ajeet Kaur Chadha
अक्तूबर 2, 2025 AT 09:49अरे यार, आखिरकार रेस्ल्ट आ गया, टाइम का पसीना?
Vishwas Chaudhary
अक्तूबर 8, 2025 AT 04:42SBI PO बनना हर भारतीय का सपना है इस पद के लिए सरकारी नियम बहुत सख्त हैं इसलिए मेहनत करो और देश की सेवा करो
Rahul kumar
अक्तूबर 13, 2025 AT 23:36कट‑ऑफ़ इतना भी ऊँचा नहीं होना चाहिए, ज़्यादातरही लोगों को धोखा दे रहा है; वास्तव में सवाल है कि क्या वाकई में इतना ही टैलेंट चाहिए