बॉलीवुड की हस्ती नव्या नवेली नंदा ने IIM-अहमदाबाद में किया प्रवेश: जानें उनके करियर और उपलब्धियों के बारे में
सित॰, 2 2024
नव्या नवेली नंदा का आईआईएम-अहमदाबाद में प्रवेश
बॉलीवुड के महानायक अमिताभ बच्चन की पोती नव्या नवेली नंदा ने भारतीय प्रबंधन संस्थान, अहमदाबाद (आईआईएम-ए) के मिश्रित स्नातकोत्तर कार्यक्रम (Blended Post Graduate Programme) में दाखिला लिया है। नव्या की उम्र 26 साल है और वह एक उद्यमी और सामाजिक कार्यकर्ता के रूप में अपनी पहचान बना चुकी हैं। यह प्रोग्राम उनके लिए एक महत्वपूर्ण कदम है जो उन्हें अपने व्यवसायिक और सामाजिक लक्ष्यों को नई ऊंचाइयों पर ले जाने में मदद करेगा।
नव्या की सामाजिक उद्यमिता में उपलब्धियां
नव्या नवेली नंदा ने महिलाओं के स्वास्थ्य और सशक्तिकरण के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। 2020 में, उन्होंने 'आरा हेल्थ' नामक एक महिला-केंद्रित स्वास्थ्य-तकनीक प्लेटफॉर्म की स्थापना की। यह प्लेटफॉर्म डिजिटल शिक्षा के माध्यम से महिला स्वास्थ्य के विभिन्न पहलुओं जैसे कि रजोनिवृत्ति, मानसिक स्वास्थ्य, प्रजनन और पोषण पर ध्यान केंद्रित करता है। कोविड-19 महामारी के दौरान नव्या ने अपने दोस्तों से महिलाओं के स्वास्थ्य पर जागरूकता की कमी और इससे जुड़ी भ्रांतियों पर चर्चा की, जिसके बाद उन्होंने इस प्लेटफॉर्म की कल्पना की।
प्रोजेक्ट नवेली और निमाया फाउंडेशन
2020 में ही नव्या ने 'प्रोजेक्ट नवेली' की स्थापना की, जो महिलाओं को सामाजिक और आर्थिक रूप से स्वतंत्र बनाने के लिए आवश्यक संसाधन और अवसर प्रदान करता है। इस परियोजना के तहत महिलाओं को मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य, घरेलू हिंसा की रोकथाम और शिक्षा जैसे क्षेत्रों में मदद की जाती है। इसके अलावा, 2021 में नव्या ने 'निमाया फाउंडेशन' की शुरुआत की, जो कठिन परिस्थितियों से उभर रही लड़कियों के लिए कैरियर को बढ़ावा देने का काम करता है।
नव्या का उद्देश्य और दृष्टिकोण
नव्या खुद को एक सामाजिक उद्यमी मानती हैं, न कि एक परोपकारी। उनका कहना है कि वह मुनाफे की दौड़ में नहीं हैं, बल्कि उनके व्यवसायिक उद्देश्यों में सामाजिक लाभ प्राथमिकता है। नव्या ने अपने परिवार की पृष्ठभूमि से मिलने वाले विशेषाधिकार को स्वीकार किया है और अपनी कोशिशों के जरिए दूसरों के लिए अवसर पैदा करने की इच्छा जताई है।
व्यवसायिक अनुभव और अन्य उपलब्धियां
नव्या ने फेसबुक (अब मेटा) में पांच महीने की प्रोडक्ट मार्केटिंग इंटर्नशिप की है और उसके अलावा एक छोटी स्टार्टअप के साथ भी इंटर्नशिप की है। 2023 में, उन्होंने पेरिस फैशन वीक में ले डिफिले ल'ओरियल वॉक योर वर्थ शो में अपनी मौसी, पूर्व मिस वर्ल्ड ऐश्वर्या राय बच्चन के साथ रनवे पर डेब्यू किया।
पॉडकास्ट: 'व्हाट द हेल नव्या'
नव्या ने 'व्हाट द हेल नव्या' नामक एक पॉडकास्ट भी शुरू किया है, जहां वह महिलाओं से संबंधित मुद्दों और नारीवाद पर चर्चा करती हैं। इस पॉडकास्ट में अक्सर उनकी मां श्वेता और दादी जया भी शामिल होती हैं। इसमें युवा पीढ़ी से संबंधित मुद्दे भी उठाए जाते हैं, जैसे कि उनके भाई और अभिनेता अगस्त्य नंदा एक एपिसोड में दिखाई दिए।

Deepak Kumar
सितंबर 2, 2024 AT 19:42बहुत बधाई, नव्या का IIM‑अहमदाबाद में प्रवेश उनका सामाजिक मिशन और भी सशक्त बनाएगा।
Chaitanya Sharma
सितंबर 5, 2024 AT 14:22आईआईएम‑ए का ब्लेंडेड पोस्ट‑ग्रेजुएट प्रोग्राम प्रबंधन कौशल और सामाजिक उद्यमिता को मिलाकर एक अनोखा मिश्रण प्रदान करता है, जिससे नव्या जैसे युवा सामाजिक कार्यकर्ता को व्यावसायिक रणनीति में गहरी पकड़ मिलती है।
Riddhi Kalantre
सितंबर 8, 2024 AT 09:02देश की शान बढ़ाने वाली महिलाएँ अब कक्षा में भी आगे बढ़ रही हैं, यह हमारे भारतीय मूल्यों की जीत है।
Jyoti Kale
सितंबर 11, 2024 AT 03:42ऐसे शोभा‑भरी कहानियों से अब थक गया हूँ।
Ratna Az-Zahra
सितंबर 13, 2024 AT 22:22परंतु यह भी याद रखना आवश्यक है कि प्रोग्राम की लागत और चयन प्रक्रिया बेहतरीन प्रतिस्पर्धी होती है, इसलिए सभी इच्छुकों को तैयारी में समय देना चाहिए।
Nayana Borgohain
सितंबर 16, 2024 AT 17:02नव्या का सफर सिर्फ शिक्षा तक सीमित नहीं, यह आत्म‑खोज और समाजिक परिवर्तन की यात्रा भी है 😊।
Shivangi Mishra
सितंबर 19, 2024 AT 11:42और भी, उनके प्रोजेक्ट नवेली में महिलाओं के स्वास्थ्य पर डेटा‑ड्रिवेन दृष्टिकोण को लागू करने से वास्तविक बदलाव संभव हो रहा है; यही कारण है कि मैं इनको पूरी दिल‑से समर्थन देता हूँ।
ahmad Suhari hari
सितंबर 22, 2024 AT 06:22इह प्रोग्राम की एकडेमिक स्ट्रक्चर बिलकुल उन्नतम स्तर की है, परन्तु एशियन बिझनेस इंटेलिजेंस को भी समझाया जाता है।
shobhit lal
सितंबर 25, 2024 AT 01:02देखो भाई, आजकल हर कोई इंटर्नशिप को हाई‑फ़ैशन बना रहा है, पर असली काम तो फील्ड में कड़ी मेहनत से ही मिलता है।
suji kumar
सितंबर 27, 2024 AT 19:42नव्या ने फेसबुक में प्रोडक्ट मार्केटिंग इंटर्नशिप के दौरान डेटा‑ड्रिवेन निर्णय लेना सीखकर अपने सामाजिक प्लेटफ़ॉर्म को बेहतर बनाया।
उनका स्ट्रेटेजिक सोच और डिजिटल मार्केटिंग का मिश्रण आज के युवाओं के लिए एक रोल मॉडल है।
भारत में सामाजिक उद्यमियों को ऐसी स्किल्स की बहुत जरूरत है, जिससे वे अपने मिशन को स्केलेबल बना सकें।
आईआईएम‑ए का मिश्रित पाठ्यक्रम तकनीक, प्रबंधन और सामाजिक विज्ञान को जोड़ता है, जो नव्या जैसे प्रोफ़ाइल के लिए आदर्श है।
इसके अलावा, उनका फैशन वीक में भाग लेना युवा महिलाओं को विभिन्न क्षेत्रों में सीमाओं को तोड़ने का प्रेरणा देता है।
समग्र रूप से, यह सफलता केवल व्यक्तिगत नहीं, बल्कि समाज के लिए भी लाभकारी है।
आशा है कि भविष्य में और भी ऐसे प्रेरणादायक किस्से हम देखेंगे।
Ajeet Kaur Chadha
सितंबर 30, 2024 AT 14:22ओह, अब फैंसिलिटी वाले फ़ैशन वीक में भी इंटर्नशिप को हाई‑फ़ैशन बना रहे हैं।
Vishwas Chaudhary
अक्तूबर 3, 2024 AT 09:02भारत में ऐसी प्रतिभा को अंतरराष्ट्रीय मंच पर लाना ही राष्ट्रीय गौरव है।
Rahul kumar
अक्तूबर 6, 2024 AT 03:42हालांकि सब कहते हैं कि यह बड़ी बात है, पर असल में यह सिर्फ एक व्यक्तिगत सफलता है, न कि सामाजिक परिवर्तन का मापदण्ड।
indra adhi teknik
अक्तूबर 8, 2024 AT 22:22नव्या की पहलें वाकई में महिलाओं के सशक्तिकरण की दिशा में महत्वपूर्ण कदम हैं, उनका काम बड़ी सराहना का पात्र है।
Kishan Kishan
अक्तूबर 11, 2024 AT 17:02इंटर्नशिप के पाँच महीने? सच में, अब तो हर कोई खुद को प्रोडक्ट‑मार्केटिंग गॉरिला बनाता है।
richa dhawan
अक्तूबर 14, 2024 AT 11:42इन सभी शो‑बिज़नेस वाली कहानियों के पीछे अक्सर छिपा होता है कि बड़े निगम कैसे युवा उत्साह को अपने फायदे के लिए इस्तेमाल करते हैं।
Balaji S
अक्तूबर 17, 2024 AT 06:22नव्या का सामाजिक उद्यमिता पर फोकस आज के भारत में एक प्रेरणा स्रोत है।
उन्होंने महिलाओं के स्वास्थ्य के डिजिटल प्लेटफ़ॉर्म को केवल तकनीकी समाधान नहीं समझा, बल्कि सामाजिक बदलाव का उपकरण माना।
'आरा हेल्थ' जैसी पहलें ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में स्वास्थ्य जागरूकता कोजोड़ती हैं।
यह मॉडल व्यवसायिक टिकाऊपन और सामाजिक लाभ को संतुलित करता है, जिससे लाभ‑ह्रास नहीं होता।
इसके अलावा, प्रोजेक्ट नवेली ने महिलाओं को आर्थिक स्वतंत्रता की दिशा में प्रशिक्षण एवं संसाधन प्रदान किए हैं।
जब वह इन प्रशिक्षणों को ब्लेंडेड पीजीपी के साथ जोड़ती हैं, तो परिणामस्वरूप सीखने की गति तेज़ हो जाती है।
नव्या की अनुभवसत्ता फ़ेसबुक में प्रोडक्ट मार्केटिंग इंटर्नशिप ने उन्हें डेटा‑ड्रिवेन निर्णय लेने की कला सिखाई।
इस अनुभव को उन्होंने अपने सामाजिक मिशन में लागू किया, जिससे उनके प्लेटफ़ॉर्म की पहुंच बढ़ी।
उनके परिवार का नाम और जुड़ाव निश्चित रूप से कुछ विशेषाधिकार लाता है, पर उन्होंने इसे सामाजिक सेवा में परिवर्तित किया है।
कई युवा महिला उद्यमी अब इन्हीं सिद्धांतों को अपनाकर अपनी पहलों को स्केल कर रहे हैं।
यह दर्शाता है कि मॉडल सही दिशा में काम करता है और पुनरुत्पादन योग्य है।
फिर भी, इंटर्नशिप और उच्च शिक्षा की लागत अभी भी कई सामाजिक कार्यकर्ता के लिए बाधा बनी हुई है।
इसलिए, सार्वजनिक तथा निजी क्षेत्र को मिलकर ऐसे स्कॉलरशिप और वित्तीय सहायता कार्यक्रम बनाना चाहिए।
कुल मिलाकर, नव्या का सफर एक उदाहरण है कि कैसे शिक्षा, प्रौद्योगिकी, और सामाजिक भावना एक साथ मिलकर बदलाव ला सकते हैं।
आशा है कि भविष्य में और अधिक महिला उद्यमी इस मार्ग पर चलें और हमारे समाज को और सुदृढ़ बनाएं।
Alia Singh
अक्तूबर 19, 2024 AT 13:55आइए हम सब मिलकर नव्या को समर्थन दें और ऐसी पहलें को सामाजिक परिवर्तन की दिशा में प्रेरित करें।