ओडिशा, भारत का एक ऐसा राज्य जहाँ प्राकृतिक सुंदरता और सामाजिक चुनौतियाँ एक साथ मिली हुई हैं हर साल बाढ़, भूस्खलन और विकास के बीच अपनी कहानी लिखता है। यहाँ के लोग न सिर्फ प्राकृतिक आपदाओं से लड़ते हैं, बल्कि नए रास्ते भी बनाते हैं। जब दर्जिलिंग में भूस्खलन हुआ, तो ओडिशा के लोगों ने अपने आप को बचाने के लिए नहीं, बल्कि दूसरों की मदद करने के लिए तैयार किया। यही ओडिशा की असली ताकत है।
ओडिशा की बाढ़, प्रतिवर्ष आने वाली एक भयावह वास्तविकता है जो लाखों लोगों के घर और जीवन को बदल देती है। लेकिन आज यहाँ बाढ़ के बाद सिर्फ राहत नहीं, बल्कि रिकवरी की नई योजनाएँ भी बन रही हैं। जब कर्नाटक और तेलंगाना में दवा लाइसेंस निलंबित हुए, तो ओडिशा के स्वास्थ्य कर्मचारियों ने अपने गाँवों में टीमें बनाकर दवाएँ पहुँचाने की शुरुआत की। यहाँ की सरकार और आम आदमी एक साथ चल रहे हैं।
ओडिशा का विकास, सिर्फ सड़कों और बिजली के बारे में नहीं, बल्कि छात्रों के सपनों और महिलाओं की आज़ादी के बारे में है। जब नरेंद्र मोदी ने बांसवाड़ा में 1.22 लाख करोड़ की परियोजनाएँ शुरू कीं, तो ओडिशा के युवाओं ने भी अपने शहरों में नवीकरणीय ऊर्जा के लिए आंदोलन शुरू किया। अब यहाँ के गाँवों में सोलर पैनल लग रहे हैं, और लड़कियाँ बिना डर के ट्रेनिंग सेंटर जा रही हैं।
ओडिशा क्रिकेट, एक ऐसा खेल है जिसने देश के लाखों युवाओं को अपनी ओर आकर्षित किया है। जब यशस्वी जायसवाल ने 173* बनाए, तो ओडिशा के गाँवों में बच्चे उसकी तरह बल्ला घुमा रहे थे। हर्मनप्रीत कौर और क्रांति गौड की जीत ने दिखाया कि यहाँ की महिलाएँ भी दुनिया के आगे हैं। यहाँ का क्रिकेट सिर्फ खेल नहीं, बल्कि समाज का बदलाव है।
इस पेज पर आपको ओडिशा से जुड़ी हर बड़ी खबर मिलेगी — बाढ़ के बाद का बचाव, विकास के नए रास्ते, खेलों की उपलब्धियाँ और उन लोगों की कहानियाँ जो बदलाव ला रहे हैं। यहाँ आपको सिर्फ समाचार नहीं, बल्कि उम्मीद मिलेगी।
चक्रवात 'मोंथा' 28 अक्टूबर को आंध्र प्रदेश तट पर 110 किमी/घंटा की रफ्तार से टकराएगा। आईएमडी ने ओडिशा, तमिलनाडु, पश्चिम बंगाल और मध्य प्रदेश में भारी बारिश की चेतावनी जारी की है।
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