क्या आप जानते हैं कि खड़े पानी में मच्छर सिर्फ 7-10 दिन में बढ़कर घर पर बड़ी समस्या बना सकते हैं? यही वजह है कि नियमित छोटी चेकलिस्ट ही सबसे बड़ा बचाव है। नीचे दिए हुए तरीके आप तुरंत आजमा सकते हैं — सरल, सस्ते और काम के।
अगर मोहल्ले में मच्छर तेजी से बढ़ रहे हैं, बार-बार फॉगिंग के बावजूद राहत नहीं मिल रही, या किसी ने डेंगू/मलेरिया जैसी बीमारी देखी है तो तुरंत नगर निगम या वेक्टर कंट्रोल टीम को सूचित करें। पेशेवर सर्विस तब भी बुलाएँ जब घर में छिपे स्रोत (जमी हुई टंकी, पाइप लीकेज) मिलते हों जो बार-बार पानी जमा करते हैं।
घर में कीटनाशक कॉइल, इलेक्ट्रिक रिपेलर, या स्प्रे का उपयोग करते समय हमेशा लेबल पढ़ें और बच्चों व गर्भवती महिलाओं के आस-पास सावधानी बरतें। हीटेड इलेक्ट्रिक रिपेलर कमरे में सीमित समय के लिए बेहतर हैं, लेकिन लंबे समय तक बंदी जगह पर उन्हें वेंटिलेशन रखें।
कुछ सामान्य मिथक भी हैं: लहसुन खाने से मच्छर दूर नहीं होते और अल्ट्रासोनिक डिवाइस का वैज्ञानिक समर्थन कम है। भरोसेमंद तरीका वही है जो अंडे देने की जगहों को रोकता है और मच्छरों को घर में आने से रोकता है।
यदि किसी को तेज बुखार, तेज सिरदर्द, अचानक मांसपेशी दर्द या रक्त दिखने जैसे लक्षण हों तो देरी मत करें — डॉक्टर से मिलें और टेस्ट कराएँ।
हर हफ्ते 10-15 मिनट देकर आप मच्छरों की संख्या काफी घटा सकते हैं। छोटे कदम—जैसे पानी हटाना, जाली लगाना और सही रिपेलेंट—अकसर बड़ी सुरक्षा दे देते हैं। अब अपना घर चेक करें और आज ही एक छोटा कदम उठाइए।
गुजरात में चांदीपुरा वायरस से छह लोगों की मृत्यु हो गई है और 12 संदिग्ध मामले सामने आए हैं। मच्छरों, टिक और रेत मक्खियों से फैलने वाला यह वायरस गंभीर लक्षण उत्पन्न करता है। स्वास्थ्य मंत्री ऋषिकेश पटेल ने लोगों से सतर्क रहने की अपील की है और रोकथाम के लिए विभिन्न उपाय अपनाए जा रहे हैं।
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