जब Kuldeep Yadav की बात आती है, तो तुरंत दिमाग में बाएँ‑हाथ की कजा‑काज के साथ चमकता हुआ बॉल याद आता है। वह भारतीय क्रिकेट का एक ल्यूट (कलाई‑स्पिन) उस्ताद है, जो वाइड बॉल, डोज़रा और कार्म बॉल जैसी विविधता से बल्लेबाजों को परेशान करता है। अक्सर उसे "कुंदली वाला जादूगर" कहा जाता है क्योंकि उनका फेंका हुआ बॉल हवा में ढीला‑ढीला घूमता है और फिर अचानक दिशा बदल देता है। कुलदीप की शैली दोनों ही टेस्ट और वन‑डे में प्रभावी रही है, जिससे वह भारत के सामने कई मैचों में जीत का कारक बनते हैं।
स्पिन बॉलिंग क्रिकेट का वह भाग है जिसमें गेंद को घूमते हुए फेंका जाता है, जिससे बॉल की गति और दिशा दोनों पर असर पड़ता है। कुलदीप ने इस कला को अपने निजी अंदाज़ में ढाल दिया है। उनका दाएं हाथ वाला डोज़रा अक्सर तेज़ी से दौड़ते बल्लेबाज को चौंका देता है, जबकि लीग में कार्म बॉल से उन्होंने कई विकेटें उठाई हैं। इस तकनीक की प्रमुख विशेषता यह है कि बॉल को हल्का और लुस्थिति में फेंका जाता है, जिससे बॉलर को अतिरिक्त स्पिन मिलती है। ऐसी विविधता ही उन्हें मैच‑फिक्सिंग में मदद करती है, जैसे कि हाल ही में WTC 2025‑27 में उन्होंने भारत को इंग्लैंड पर जीत दिलाने में मदद की।
स्पिन बॉलिंग को समझने के लिए बॉल की टर्न, उड़ान और बाउंस पर ध्यान देना ज़रूरी है। कुंदली वाले बॉल को फेंकते समय बॉलर को कलाई के मोड़ और अंगुलियों के दबाव को सही रखना होता है। कुलदीप ने अपने शुरुआती दिनों में कई बार इस अभ्यास को दोहराया और आज वह इस कला में माहिर हैं। उनकी दाएँ‑हाथी ल्यूट शैली ने भारतीय टीम को संतुलन दिया, विशेषकर देर के ओवर्स में जहाँ बल्लेबाज अक्सर तेज़ स्कोर बनाने की कोशिश करते हैं।
भारतीय क्रिकेट देश की राष्ट्रीय क्रिकेट टीम और उसके विभिन्न स्तरों को सम्मिलित करता है में कुलदीप की भूमिका सिर्फ एक खिलाड़ी नहीं, बल्कि एक स्ट्रैटेजिक प्लेयर है। उन्होंने भारत में ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड और दक्षिण अफ़्रीका जैसी टीमों के खिलाफ निर्णायक क्षणों में गेंदबाज़ी की। उनका सबसे यादगार पल 2023 में भारत बनाम इंग्लैंड के टेस्ट मैच में था, जहाँ उन्होंने पाँच विकेट लिये और भारत को जीत दिलाने में मदद की। ऐसी प्रदर्शनियों ने उन्हें भारतीय टीम में एक भरोसेमंद स्पिनर बना दिया।
इसके साथ ही, कुलदीप का नाम IPL (इंडियन प्रीमियर लीग) में भी बहुत जुड़ा है। IPL भारत की सबसे लोकप्रिय टे twenty‑20 क्रिकेट लीग है, जहाँ दुनिया भर के स्टार खेलते हैं में उन्होंने कई टीमों के साथ खेले हैं, लेकिन सबसे ज्यादा प्रशंसा उन्हें कोलकाता नाइट राइडर्स (KNR) से मिली। कपाट में जब उनका कॉलर हेडिंग बॉल किक आउट हुआ, तब दर्शकों का उत्साह देखना लायक था। उनकी तेज़ डिलिवरी और बॉल की चपलता ने कई बार मैच का रुझान बदल दिया। विशेषकर पावरप्ले में उनका डोज़रा या कार्म बॉल फेंकना प्रतिद्वंद्वियों को घबराने पर मजबूर करता है।
कुलदीप की फिटनेस रूटीन भी उनके प्रदर्शन में असर डालती है। वह रोज़ 2‑3 घंटे जिम में वर्कआउट करता है, साथ ही बॉलिंग सिम्युलेटर में अपनी स्पिन को परफेक्ट करता है। इस रूटीन ने उन्हें चोटों से बचाव में मदद की, जैसे 2022 में उनका कंधा दर्द था, पर सही रीहैबिलिटेशन के बाद वह फिर से फॉर्म में आ गए। उनका मनोवैज्ञानिक कोचिंग भी उनके खेल को स्फूर्ति देता है, जिससे वे दबाव में भी शांति से गेंद फेंक पाते हैं।
फैंस के बीच कुलदीप का एक अलग ही फैन क्लबहैज है। सोशल मीडिया पर वे अक्सर अपने वर्कआउट वीडियो और मैच हाइलाइट्स शेयर करते हैं, जिससे युवा खिलाड़ी उन्हें रोल मॉडल मानते हैं। उनकी सरल भाषा और जमीन से जुड़ी बातें दर्शकों को आकर्षित करती हैं। चाहे वह छोटा बच्चा हो जो शाम को गली में खेलता हो या बड़ा खिलाड़ी जो अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर प्रतिस्पर्धा करता हो, सभी को कुलदीप की शैली से सीखने को मिलता है।
अब आप इस पेज पर स्क्रॉल करके देखेंगे कि कैसे कुलदीप यादव ने विभिन्न टूर्नामेंट में अपना जादू बिखेरा है, कौन‑से मैच में उनकी बॉल ने महाराष्ट्र को जीत दिलाई और IPL में उनके सबसे रोमांचक ओवर कौन‑से रहे। इन लेखों में आप उनकी ताज़ा फिटनेस टिप्स, बॉलिंग तकनीक के रहस्य और भविष्य की संभावनाएं भी पढ़ेंगे। तैयार हो जाइए, क्योंकि आगे का सफ़र आपके क्रिकेट ज्ञान को नई दिशा देगा।
Shubman Gill ने पहली घर की टेस्ट में तीसरा सेमर और Kuldeep Yadav की वापसी की घोषणा की, जिससे भारत की वेस्टइंडीज़ के खिलाफ अहमदाबाद में जीत की उम्मीद है।
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