खासी हिल्स में तीरंदाज़ी सिर्फ एक खेल नहीं, यह संस्कृति का हिस्सा है। क्या आप कभी जंगलों में बने सरल बाँस के धनुष और पंक्तियों में लगे गांव वालों को तीर चलाते हुए देखना चाहते हैं? यहां मैं साफ-सुथरे तरीके से बताता हूँ कि यह परंपरा क्यों खास है, कहां देखी और कैसे सीखी जा सकती है।
खासी समुदाय में तीरंदाज़ी का अभ्यास सालों से चला आ रहा है। पहले यह शिकार और सुरक्षा के काम आती थी; आज यह त्योहारों और स्थानीय प्रतिस्पर्धाओं में दिखाई देती है। स्थानीय धनुष अक्सर बाँस और लकड़ी से बनते हैं और तीरों पर पारंपरिक नोक लगी होती है—ये सादगी में ताकत दिखाते हैं।
त्योहारों में युवा और बूढ़े दोनों हिस्सा लेते हैं। जीत-हार के पीछे केवल निशानेबाज़ी नहीं, सम्मान और गांव की शान भी होती है। अगर आप फोटो या वीडियो लेने जाएं तो पहले अनुमति लेना बेहतर रहता है—लोग परंपरा की इज्जत करते हैं और अक्सर खुलकर बात करते हैं।
Shillong, Cherrapunji और आसपास के छोटे-छोटे गाँवों में यह गतिविधि आसानी से मिल जाती है। आदर्श समय मानसून के बाद यानी अच्छा मौसम—अक्टूबर से मार्च तक—जब रास्ते बंद नहीं होते और त्योहार भी होते हैं। स्थानीय मेला या शादी-ब्याह के मौके पर तीरंदाज़ी के प्रदर्शन देखने को मिल सकते हैं।
टूरिस्ट स्पॉट पर कुछ समय-सबन्धित आयोजन होते हैं, पर असली अनुभव गांवों में मिलता है। अगर आप ट्रैक या दाखिल-लोगों वाले ट्रिप पर हैं तो स्थानीय होस्ट या गाइड से पूछें—वे आपको सही जगह पर ले जाएंगे।
अगर आप खुद तीरंदाज़ी सीखना चाहते हैं तो छोटे कदम से शुरू करें: पहले सही स्टांस, लक्ष्य की दूरी और धनुष की पकड़ सीखें। स्थानीय खेल क्लब या गांव के अनुभवी खिलाड़ी साधारण ट्रेनिंग दे देते हैं। सुरक्षा का ध्यान रखें—आंख और हाथ की सुरक्षा, और पीछे खड़े लोगों से दूरी जरूरी है।
ट्रैवल टिप्स: हल्का कपड़ा, बंद जूते और स्थानीय गाइड रखें। कैमरा और मोबाइल बैटरी चार्ज रखें पर गाँव वालों की सहमति के बिना पोर्ट्रेट मत लें। रुपये लेकर चलें—छोटी दुकानों में कार्ड नहीं चलते।
क्या आप इसे एडवेंचर की तरह करना चाहते हैं या सांस्कृतिक अनुभव के रूप में? दोनों का विकल्प है। स्थानीय खानपान और हस्तशिल्प भी जोड़ लें—तेज मौसम में गर्म चाय और स्थानीय जड़ी-बूटियों वाला खाना अच्छा लगेगा।
अंत में, खासी हिल्स की तीरंदाज़ी सीखने और देखने का मतलब होता है सीधे संस्कृति से जुड़ना। कोई फ्लैंसी गियर की ज़रूरत नहीं; सम्मान, थोड़ी हिम्मत और सही गाइड पर्याप्त हैं। अगर आप शांति और असली लोकजीवन में रुचि रखते हैं तो यह अनुभव आपको लंबे समय तक याद रहेगा।
23 दिसंबर 2024 के लिए Shillong Teer रिजल्ट घोषित हुए, पहले राउंड में 87 और दूसरे में 45 नंबर जीते। यह अनोखा गेम नए खिलाड़ियों को आकर्षित करता है और युवाओं को तीरंदाजी से जोड़ता है। साथ ही अन्य गेम्स जैसे खानापारा, जुवाई और नाइट तीर के परिणाम भी जारी किए जाते हैं।
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