कटऑफ शब्द अक्सर बोर्ड, यूनिवर्सिटी या प्रतियोगी परीक्षाओं के साथ सुनने को मिलता है। आसान भाषा में कटऑफ वो न्यूनतम अंक या रैंक है जो किसी उम्मीदवार को आगे बढ़ने या दाखिले के लिए चाहिए। कई बार हम बस रिजल्ट देख कर खुश या निराश हो जाते हैं, लेकिन कटऑफ समझना ज़रूरी है ताकि अगला कदम सही उठाया जा सके।
हमारी साइट पर आपने ICMAI CMA जून 2025 के रिजल्ट और पासिंग रेट में गिरावट वाली खबर देखी होगी। इसी तरह UGC NET दिसंबर 2024 के परिणाम में योग्य उम्मीदवारों की संख्या और कटऑफ भी प्रकाशित हुई थी। ऐसे आर्टिकल सीधे बताते हैं कि किस परीक्षा में कटऑफ कैसे बदला और टॉपर्स कौन थे। जब भी नया रिजल्ट आए, पहले आधिकारिक नोटिफिकेशन और संस्थान की वेबसाइट चेक करें।
कभी-कभी कटऑफ केवल अंकों पर नहीं आधारित होती, बल्कि सीटों की संख्या, रैंकिंग, और आरक्षण नीति भी उसका हिस्सा बनती हैं। उदाहरण के लिए पीजी दाखिले में पिछली साल की सीटों की संख्या घटने से कटऑफ बढ़ सकती है। इसी तरह सरकारी नौकरी के लिए स्कोर और शॉर्टलिस्टिंग के मानदंड अलग हो सकते हैं।
कटऑफ जानने के लिए तीन आसान कदम अपनाइए: आधिकारिक वेबसाइट पर रिजल्ट/सर्कुलर देखें, संस्थान द्वारा जारी PDF में कटऑफ तालिका पढ़ें, और हमारी साइट पर संबंधित खबरों के साथ तुलना कर लें। अगर आप कटऑफ से नीचे रहे तो तुरंत हार मत मानिए। काउंसलिंग प्रक्रिया, वैकल्पिक कोर्स, या रिवाल्यूएशन/फोटोकॉपी के विकल्प अक्सर खुलते हैं।
रिवाल्यूएशन/फोटो कॉपी के लिए आवेदन की समयसीमा पर ध्यान दें। आरक्षण और कैटेगरी-वार कटऑफ अलग होते हैं—SC/ST/OBC/EWS के कटऑफ सामान्य कटऑफ से कम हो सकते हैं। कुछ मामलों में मेरिट लिस्ट के बाद मेरिट-सूटिंग या वेटेड प्रोसेस रहता है, इसलिए कागज़ात तैयार रखें और काउंसलिंग नोटिफिकेशन पर नजर रखें।
कटऑफ के पीछे जो कारक होते हैं, उन्हें समझना आपको योजना बनाने में मदद करेगा: प्रश्नपत्र की कठिनाई, उपस्थित उम्मीदवारों की संख्या, सीटों की कुल संख्या, और पिछला साल का ट्रेंड। अगर कटऑफ बढ़ गया है तो अगली बार तैयारी में विषय-वार कमजोरी सुधारें और मॉक टेस्ट पर ध्यान दें।
अंत में, खबरों को समय पर फॉलो करें। हमारी टैग 'कटऑफ' वाली रिपोर्ट्स में आप ताज़ा अपडेट, विश्लेषण और जरूरी टिप्स पाएंगे—जैसे ICMAI या UGC NET के केस में हमने क्या बताया और आगे क्या संभावनाएं हैं। सवाल हो तो कमेंट करें या नोटिफिकेशन चालू रखें; सही जानकारी जल्दी मिलनी चाहिए ताकि आप अगला कदम सोच-समझ कर उठाएं।
नेट ने जेईई मेन 2025 सेशन 1 का परिणाम 11 फरवरी को जारी किया। 14 छात्र 100 पर्सेंटाइल प्राप्त करके टॉपर्स बने, जिसमें से पांच राजस्थान से हैं और साइ मनोग्ना गुथिकोंडा एकमात्र महिला हैं। टॉप 2.5 लाख उम्मीदवार जेईई एडवांस के लिए योग्य हैं और सेशन 2 अप्रैल में आयोजित होगा। 39 उम्मीदवारों के परिणाम अनुचित साधनों के कारण रोके गए।
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