बारिश के मौसम में जलभराव अचानक बहुत परेशानी बना देता है। पानी खड़ा होने से ट्रैफिक रुका रहता है, बिजली और पानी की आपूर्ति प्रभावित होती है और स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं बढ़ सकती हैं। नीचे सरल, काम आने वाले और तुरंत अपनाने योग्य सुझाव दिए जा रहे हैं ताकि आप सुरक्षित और तैयार रह सकें।
पहला और सबसे आम कारण है अव्यवस्थित ड्रेनेज — नालियां झुका होना या कूड़े से जाम होना। दूसरा, घटिया शहरी नियोजन: जल रिसाव के लिए जगह नहीं बनी होती। तीसरा, भारी और लगातार बारिश जो सिस्टम की क्षमता से ज्यादा हो। चौथा, मिट्टी की सतह पर पानी सोखने की कमी, क्योंकि अधिक कंक्रीट और कम पेड़ होते हैं।
जब भी जलभराव दिखाई दे, पहले अपनी और परिवार की सुरक्षा का ध्यान रखें। बिजली को अगर पानी के पास लगे तो मुख्य स्विच बंद कर दें। पानी घर में घुस रहा हो तो मूल्यवान दस्तावेज ऊँची जगह पर रखें और इलेक्ट्रॉनिक उपकरण अलग रखें।
गाड़ी चलाना बहुत जोखिम भरा है — गहरी जलस्तर में वाहन फंस सकता है। संभव हो तो यात्रा स्थगित करें। अगर फंस जाएं तो वाहन छोड़ कर ऊँची जगह पर जाएं।
पानी में कट या घाव होने पर तुरंत उसे साफ कर के बाँधें और संक्रमण से बचने के लिए एंटीसेप्टिक का उपयोग करें। दूषित पानी पीने से डायरिया और त्वचा रोग हो सकते हैं — बोतलबंद पानी या उबाल कर पिएं।
अगर आपकी नाली जाम है तो स्थानीय नगर निगम या वाटर डिपार्टमेंट को तुरंत सूचित करें। आप अपने मोहल्ले के साथ मिलकर नालियों की सफाई में मदद कर सकते हैं — कचरा नालियों में न फेंके।
छोटी-छोटी तैयारी बारिश से पहले बहुत काम आती है: बाल्टी, टारपोलिन, प्राथमिक चिकित्सा किट, लाइटर और मोबाइल पावर बैंक रखें। बच्चों और बुजुर्गों को सुरक्षित कमरे में रखें।
लंबे समय के उपाय भी जरूरी हैं: छतों पर रेनवाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम लगवाएँ, समुदाय में अधिक पेड़ लगाएँ और गैलों में पानी रोकने के लिए पर्मिएबल फ्लोरिंग का सुझाव दें। स्थानीय प्रतिनिधियों से मिलकर स्थायी ड्रेनेज सुधार की मांग करें।
कभी-कभी बीमा पॉलिसी भी मददगार होती है — घर या व्यवसाय का फ्लड कवर जांच लें और जरूरत हो तो अपडेट कराएं।
अगर आप मदद देना चाहते हैं तो अपने पड़ोसियों का हालचाल पूछें और खासकर बुजुर्गों या कमजोर परिवारों को प्राथमिक सहायता पहुँचाएँ। सामूहिक प्रयास से नुकसान बहुत घटाया जा सकता है।
जलभराव से जुड़े खतरों को कम करने के लिए छोटा कदम भी फर्क डालता है — नालियों की सफाई, कचरा मैनेजमेंट और समय पर रिपोर्टिंग से आप अपने इलाके को सुरक्षित बना सकते हैं।
मुंबई में 7 जुलाई 2024 को भारी बारिश हुई, जिसमें छह घंटे के भीतर विभिन्न स्थानों पर 300 मिमी से अधिक बारिश रिकॉर्ड की गई। इस भारी बारिश के कारण निचले इलाकों में जलभराव हो गया और उपनगरीय ट्रेन सेवाओं में बाधा उत्पन्न हुई। छात्रों की असुविधा को देखते हुए बीएमसी के अधिकारियों ने मुंबई के स्कूलों और कॉलेजों की पहली पाली के लिए अवकाश की घोषणा की।
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