बल्लेबाजी औसत (बेटिंग एवरेज) एक सीधा सा नंबर है जो बताता है कि कोई बल्लेबाज औसतन कितने रन बनाता है जब वह रुका (आउट) होता है। इसे याद रखना आसान है: कुल बनाए गए रन ÷ आउट होने की बार। यह फॉर्मेट-विशिष्ट होता है — टेस्ट, वनडे और टी20 में अलग-अलग औसत देखा जाएगा।
फॉर्मूला: बल्लेबाजी औसत = कुल रन / आउट हुए मैचों की संख्या। अगर किसी बल्लेबाज ने 10 पारियाँ खेलीं और कुल 450 रन बनाए, पर 2 बार नॉट-आउट रहे, तो आउट की संख्या = 8। औसत = 450 ÷ 8 = 56.25।
एक और उदाहरण: टी20 में अगर प्लेयर ने 8 मैच खेले, कुल 160 रन और 3 बार नॉट-आउट रहा, आउट = 5, औसत = 160 ÷ 5 = 32। यह दिखाता है कि नॉट-आउट होने से औसत कैसे बढ़ सकता है।
औसत अकेला सब कुछ नहीं बताता। क्या उपयोगी है ये जानना: - स्ट्राइक रेट: खासकर टी20 में औसत के साथ स्ट्राइक रेट देखें — तेज रन बनाना ज़रूरी है। - इनिंग्स की संख्या: छोटे नमूने (कई कम मैच) में औसत असमर्थनीय हो सकता है। - नॉट-आउट्स: बार-बार नॉट-आउट रहने से औसत बढ़ जाता है, इसलिए नॉट-आउट की गिनती भी देखें। - हालिया फॉर्म: पिछले 6-12 महीनों का औसत ज्यादा मायने रखता है।
सीनियर्स और चयनकर्ताओं के लिए: कंडीशन-आधारित औसत देखें — घरेलू बनाम विदेशी औसत, स्पिन पर औसत या तेज गेंदबाज़ी पर औसत। फैंटेसी खिलाड़ियों के लिए: टी20 में स्ट्राइक रेट और पारियों की निरन्तरता ज्यादा उपयोगी होती है।
कहां फँस सकता है औसत? दो बड़े मुद्दे हैं: संदर्भ और मैच की परिस्थिति। 50 रन आकर हारते हुए पारी की वैल्यू अलग होती है बनाम 50 रन की नाबाद मैच जीतने वाली पारी। इसलिए औसत के साथ मैच विनिंग इनिंग्स, स्ट्राइक रेट और छक्कों/चौकों की दर भी देखें।
अच्छा तरीका: औसत को अन्य मेट्रिक्स के साथ एक जगह पर रखें — उदाहरण के लिए "औसत + स्ट्राइक रेट + मिड-टर्म ट्रेंड"। इससे आप ताज़ा, भरोसेमंद और उपयोगी तस्वीर पाएँगे कि खिलाड़ी असल में कैसे खेल रहा है।
ख़ास टिप्स: - नई लिस्टेड खिलाड़ी के लिए पहले 20-30 पारियाँ देखें, तभी औसत पर निर्णय लें। - टी20 में औसत देखें, पर स्ट्राइक रेट को प्राथमिकता दें। - टेस्ट क्रिकेट में औसत स्थिरता और धैर्य का अच्छा इशारा देता है।
अगर आप चाहें तो मैं किसी खास खिलाड़ी का औसत और उससे जुड़ी आगे की समझदारी निकाल कर दे सकता हूँ — खिलाड़ी का नाम बताइए और मैं हालिया आंकड़े मिलाकर समझा दूँगा।
भारतीय क्रिकेटर संजू सैमसन 25 पारियों के बाद T20I में सबसे कम बल्लेबाजी औसत वाले खिलाड़ी बने हैं। उनका औसत 18.3 रन प्रति पारी है। घरेलू क्रिकेट में उत्कृष्ट प्रदर्शन के बावजूद, अंतरराष्ट्रीय T20I क्रिकेट में उनका औसत अब भी चिंताजनक है। टीम में उनकी भूमिका और उनके प्रदर्शन को सुधारने की संभावनाओं पर भी चर्चा की जा रही है।
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