स्मृति मंधाना और हरमनप्रीत कौर की शतकीय पारियां: भारत का घरेलू वनडे में सर्वोच्च स्कोर

स्मृति मंधाना और हरमनप्रीत कौर की शतकीय पारियां: भारत का घरेलू वनडे में सर्वोच्च स्कोर जून, 19 2024

भारत की शानदार प्रदर्शन

भारतीय महिला क्रिकेट टीम की ओपनर स्मृति मंधाना और कप्तान हरमनप्रीत कौर ने रविवार को घरेलू मैदान पर वनडे इतिहास रच दिया। दोनों खिलाड़ियों ने शतक लगाते हुए भारत को 50 ओवरों में 325 रनों का विशाल स्कोर खड़ा करने में मदद की। यह भारत का घरेलू वनडे मैचों में अब तक का सर्वोच्च स्कोर है।

शुरुआत में संभलकर खेली मंधाना और वर्मा

शेफाली वर्मा और स्मृति मंधाना की ओपनिंग जोड़ी ने बेहद सयानत के साथ खेल की शुरुआत की। पहले कुछ ओवरों में गेंद काफी स्विंग कर रही थी, जिससे बल्लेबाजों को संभलकर खेलना पड़ा। लेकिन जैसे-जैसे पारी आगे बढ़ी, मंधाना ने रनों की गति बढ़ा दी और शानदार तरीके से अपनी सातवीं वनडे सेंचुरी पूरी की। मंधाना ने सिर्फ 84 वनडे पारियों में यह कारनामा कर दिखाया है जो कि एक बड़ी उपलब्धि है।

कौर का शतक और रिकॉर्ड

हरमनप्रीत कौर, जो कि टीम की कप्तान हैं, ने भी अपनी शतकीय पारी खेली। उन्होंने पारी के अंतिम ओवर्स में अपने शतक की ओर रुख किया और अंततः नाबाद 103 रन बनाए। जहां मंधाना ने अपनी पारी में 18 चौके और 2 छक्के लगाए, वहीं कौर ने अपनी पारी को साक्षी बनाने के लिए कई महत्वपूर्ण चौके लगाए।

भारत का सर्वोच्च घरेलू स्कोर

भारत का कुल स्कोर 325 रन रहा, जो उनके पिछले घरेलू सर्वोच्च स्कोर 298/2 को पार कर गया, जो 2004 में धनबाद में बनाया गया था। यह न सिर्फ घरेलू मैदान पर उनका सर्वोच्च स्कोर है, बल्कि वनडे में उनका तीसरा सबसे ऊँचा स्कोर भी है।

इन्हीं उल्लेखनीय प्रदर्शनों की वजह से भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने क्रिकेट की दुनिया में एक बार फिर साबित कर दिया कि वे किसी से कम नहीं हैं। ये शानदार पारियां आने वाले समय में नई पीढ़ी के खिलाड़ियों के लिए प्रेरणा का स्रोत बनेंगी।

8 टिप्पणि

  • Image placeholder

    Ravi Patel

    जून 19, 2024 AT 20:24

    मंधाना की पारी में जब उसकी गति बढ़ी तो गेंदबाजों को भी अपने विकल्प जल्दी तय करने पड़े
    कौर की कप्तानी में टीम का सारा रफ़्तार साफ़ दिख रहा था
    इस स्कोर ने घरेलू मैचों में नई मानक स्थापित किया है
    आगे भी ऐसी परफॉर्मेंस देखकर हमें गर्व है

  • Image placeholder

    Piyusha Shukla

    जून 23, 2024 AT 17:24

    एसा आंकड़ा अक्सर बड़े टूर्नामेंट में देखता हूँ, यहाँ तो बस एक बार का शोर है

  • Image placeholder

    Shivam Kuchhal

    जून 27, 2024 AT 14:24

    स्मृति मंधाना तथा हरमनप्रीत कौर ने अपने शतक के माध्यम से भारतीय महिला क्रिकेट के भविष्य का स्पष्ट संकेत दिया है। उनका सामंजस्यपूर्ण खेल, तकनीकी कुशलता के साथ, टीम को अति उत्कृष्ट स्कोर तक पहुंचाया। इस उपलब्धि को देखते हुए हमें निरंतर समर्थन व प्रोत्साहन प्रदान करना आवश्यक है। युवा खिलाड़ियों को इन उदाहरणों से प्रेरणा लेकर अपनी क्षमताओं को निखारना चाहिए। अंततः, इस प्रकार के प्रदर्शन राष्ट्र की खेल भावना को समृद्ध करेंगे।

  • Image placeholder

    Adrija Maitra

    जुलाई 1, 2024 AT 11:24

    वो जब अपने शतक की ओर बढ़ी तो पूरी स्टेडियम में ताली की आवाज़ गूँज उठी
    मंदहासे में चमकते हुए उनके चारों ओर जैसे बिजली कड़क रही हो
    ऐसे पलों को देखना हर फैन को रोमांचित कर देता है

  • Image placeholder

    RISHAB SINGH

    जुलाई 5, 2024 AT 08:24

    बिल्कुल सही, ऐसे क्षणों से ही टीम की आत्मा मजबूत होती है और फैंस का जुड़ाव गहरा बनता है

  • Image placeholder

    Deepak Sonawane

    जुलाई 9, 2024 AT 05:24

    वास्तव में यह प्रदर्शन मात्र 'शोर' नहीं बल्कि डेटा-ड्रिवन विश्लेषण से स्पष्ट होता है कि बॉलिंग इकॉनमी में उल्लेखनीय गिरावट हुई थी और ओपनिंग पार्टनरशिप की स्ट्रेटेजी में मूलभूत त्रुटि मौजूद थी जिससे स्कोर को अतिरंजित रूप में प्रस्तुत किया गया

  • Image placeholder

    Suresh Chandra Sharma

    जुलाई 13, 2024 AT 02:24

    स्मृति ने अपना सातवाँ शतक 84 मैचों में बनाया, जो महिला क्रिकेट में तेज़ प्रगति दर्शाता है
    कौर ने नाबाद 103 रन बनाए, जिससे उनका औसत अभी भी उल्लेखनीय है
    आगे के सीजन में अगर वे इसी रफ़्तार से खेलें तो भारत का स्कोर रिकॉर्ड और भी बढ़ेगा

  • Image placeholder

    sakshi singh

    जुलाई 16, 2024 AT 23:24

    यह घटना न केवल एक टीम की जीत है बल्कि भारतीय महिला खिलाड़ियों की क्षमताओं का एक बड़ा प्रमाण भी है।
    स्मृति मंधाना की सातवीं शतक की उपलब्धि दक्षिण एशिया में महिला क्रिकेट की नई ऊँचाइयों को दर्शाती है।
    उनका आत्मविश्वास और तकनीकी दक्षता युवा बट्टियों को प्रेरित करने का मजबूत स्रोत बन गया है।
    हरमनप्रीत कौर का नाबाद 103 रन एक नेतृत्व के साथ-साथ व्यक्तिगत उत्कृष्टता का प्रतीक है।
    उनके द्वारा लगाए गए महत्वपूर्ण चौके मैच के दबाव को कम करने में अत्यंत प्रभावी रहे।
    इस विशाल 325 रनों के स्कोर ने घरेलू मैदान पर भारत की बैटिंग शक्ति को नई परिभाषा दी है।
    इतिहासकारों के अनुसार यह स्कोर भारत की महिला टीम की रणनीतिक योजना और निरंतर सुधार को दर्शाता है।
    कोचिंग स्टाफ ने बैटिंग क्रम में लचीलापन और विविधता प्रदान करने पर विशेष ध्यान दिया।
    फलस्वरूप, दोनों ओपनर ने शुरुआती स्विंगिंग गेंदों को संभालते हुए धीरे-धीरे गति बढ़ाई।
    इस प्रक्रिया में उन्होंने न केवल व्यक्तिगत आँकों को बढ़ाया बल्कि टीम के संचित रन को भी बढ़ाया।
    दर्शकों ने भी इस उत्सव में भाग लेकर टीम के लिए सकारात्मक माहौल बनाया।
    भविष्य में ऐसी परफॉर्मेंस को निरंतर बनाए रखने के लिए शारीरिक फिटनेस और मानसिक दृढ़ता पर विशेष ज़ोर देना चाहिए।
    साथ ही, युवा प्रतिभाओं को मैदान में अवसर प्रदान कर उन्हें अनुभवी खिलाड़ियों के साथ घुलना-मिलना चाहिए।
    इस प्रकार की संयुक्त प्रयास टीम को अंतरराष्ट्रीय मंच पर और भी सफल बना सकते हैं।
    अंत में, इस जीत को सबको कृतज्ञता के साथ मनाना चाहिए क्योंकि यह कई कठिनाइयों के बाद आया है।
    हमें इस सफलता को एक प्रेरणा के रूप में लेकर आगे के मैचों में भी इसी ऊर्जा को बरकरार रखना चाहिए।

एक टिप्पणी लिखें