पाकिस्तान की नई टी20 स्क्वाड जारी, शादाब खान व हारिस रौफ बाहर

पाकिस्तान की नई टी20 स्क्वाड जारी, शादाब खान व हारिस रौफ बाहर सित॰, 26 2025

स्क्वाड का विस्तृत विवरण

जुलाई 2025 में बांग्लादेश में आयोजित होने वाली तीन‑मैच वाली टी20 श्रृंखला के लिए पाकिस्तान की नई टी20 स्क्वाड का नाम जारी किया गया। इस चयन में सलमान अली आघा को कप्तान चुना गया, जो पहले एक बीच‑बॉलर के रूप में अपनी वैरायटी से टीम को संभाल चुके हैं। स्क्वाड में अनुभवी फाखर ज़मान, युवा फ़ैज़न अहमद (विकेट‑कीपर), अबरर अहमद, अहमद दानियाल, खुशदिल शाह, फहीम अशरफ़, हसन नवाज़, हुसैन तलात, अब्बास अफ़रदी, मोहम्मद नवाज़, साहिबज़ादा फरहान (विकेट‑कीपर), सैम आयूब, सलमान मिरजा और सुफ़ियान मुक़ी़म शामिल हैं।

इस सूची में बाबर आज़म, शादाब खान, शहीन अफ़रदी, मोहम्मद रिजवान और हैरीस रौफ़ जैसे बड़े नाम नहीं दिखते। शादाब खान को कंधे की चोट के कारण बाहर रखा गया, जबकि रौफ़ की अनुपस्थिति के पीछे तेज़ी से बदलते तेज़ गेंदबाज़ी कूटनीति का इशारा माना गया। इस कदम से टीम की बैटिंग फ़ॉर्म और बॉलिंग विकल्प दोनों में नया प्रयोग करने का इरादा स्पष्ट होता है।

सीरीज़ का परिणाम और प्रभाव

सीरीज़ का परिणाम और प्रभाव

पहला मैच 20 जुलाई को शेर‑ए‑बंगला नेशनल क्रिकेट स्टेडियम, ढाका में खेला गया। बांग्लादेश की टीम, कप्तान लिटन डास के नेतृत्व में, मेहदी हैसन मी़राज़, मुस्तफ़िज़ुर रहमान और टास्किन अहमद जैसे अनुभवी बल्लेबाज़ों के साथ, तंज़िद हैसन व टोहिद हाईड़ॉय जैसे उभरते खिलाड़ियों को भी शामिल कर रही थी।

तीन मैचों की प्रतियोगिता में बांग्लादेश ने 2-1 की ऐतिहासिक जीत हासिल की। यह उनका पहला टी20 श्रृंखला जीत था जिसपर पाकिस्तान को हराना पड़ा। जीत ने बांग्लादेश को 2025 एशिया कप और 2026 टी20 विश्व कप की तैयारी में आत्मविश्वास दिलाया। दूसरी ओर पाकिस्तान ने अपनी टीम संरचना और रणनीति पर पुनर्विचार करने की चेतावनी दी, विशेषकर तेज़-गेंदबाज़ी और मध्य‑क्रम की स्थिरता को लेकर।

कुल मिलाकर, यह श्रृंखला दोनों देशों के लिए सीखने का मौका बन गई। बांग्लादेश ने घरेलू परिस्थितियों में अपने बुलंदियों को साबित किया, जबकि पाकिस्तान को नई पीढ़ी को अवसर देते हुए अपनी प्रदर्शनात्मक क्षमताओं को दोबारा जाँचने की ज़रूरत पड़ी।

18 टिप्पणि

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    Kishan Kishan

    सितंबर 26, 2025 AT 22:06

    वाह, नया स्क्वाड देख कर तो पूरी टीम को "री-इन्हेंस" करने का लक्ष्य मिल गया है, है ना? सलमान अली आघा को कप्तान बनाकर उन्होंने स्याह‑सफ़ेद… नहीं, स्याह‑सफ़ेद के जॉर्जेस को फिर से बिठाने की कोशिश की है, और साथ में फखी ज़मान जैसे अनुभवी को रख कर नई पीढ़ी को “सींग बजाने” की राह दिखाने का इरादा दिखाया है। लेकिन शादाब खान की चोट और हारिस रौफ़ की अनुपस्थिति‑को देख कर लगता है, चयनकर्ता को शायद “ड्रिल‑डाउन” मोड में होना पड़ा! - आशा है असल जज्बा और रणनीति इस बार थोड़ी ज़्यादा “फ़ॉलो‑द‑हॉरर” न हो।

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    richa dhawan

    सितंबर 27, 2025 AT 11:59

    शादाब खान के बाहर रहने का कारण कोई गुप्त बेइज़ाज मज़ाक है जिसे अभी तक उजागर नहीं किया गया।

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    Balaji S

    सितंबर 28, 2025 AT 01:52

    क्रिकेट का चयन केवल आँकड़ों पर नहीं, बल्कि सामाजिक और सांस्कृतिक धागों के ताने‑बाने पर भी निर्भर करता है।
    इस परिप्रेक्ष्य में, पाकिस्तान की नई टी‑20 स्क्वाड को समझना एक माइक्रो‑कोसमॉस को पढ़ने जैसा हो सकता है।
    सलमान अली आघा, जो पहले एक बीच‑बॉलर के रूप में अपनी वैरायटी से टीम को संभाल चुके हैं, अब कप्तान के रूप में एक नई परिप्रेक्षा लाएंगे।
    उनके नेतृत्व में फखी ज़मान जैसे अनुभवी खिलाड़ी और फ़ैज़न अहमद जैसे युवा विकेट‑कीपर का मिश्रण टीम की बायोडायनेमिक संतुलन को दर्शाता है।
    इसी तरह, अबरर अहमद और अहमद दानियाल के बॉलिंग विकल्पों को देखते हुए, चयनकर्ता ने तेज़‑गेंदबाज़ी की विविधता को प्राथमिकता दी है।
    लेकिन शादाब खान की कंधे की चोट और हारिस रौफ़ की अनुपस्थिति को भी एक सामाजिक संकेत के रूप में पढ़ा जा सकता है।
    यह संकेत न केवल बायो‑मेकैनिक्स, बल्कि टीम के भीतर सत्ता‑संरचना के पुनःस्थापन की ओर इशारा करता है।
    बांग्लादेश ने इस श्रृंखला में अपनी घरेलू परिस्थितियों का लाभ उठाते हुए दो जीत हासिल की, जो पाकिस्तान के लिए एक सन्देश है।
    इस सन्देश में प्रयोगात्मक चुनौतियों का सामना करने की आवश्यकता स्पष्ट है, क्योंकि परंपरा‑परिवर्तन अक्सर अस्थायी विफलता लाता है।
    हालांकि, चयन में युवा खिलाड़ियों को अवसर देना दीर्घकालिक विकास के लिए अनिवार्य है।
    इस लघु‑समयावधि के परिणाम को दीर्घकालिक रणनीति के साथ जोड़ना आवश्यक है, अन्यथा “विज़न‑ब्लाइंडनेस” उत्पन्न हो सकती है।
    टीम की बैटिंग फ़ॉर्म और बॉलिंग विकल्प दोनो में नये प्रयोग करने का इरादा देखना एक सकारात्मक साक्ष्य है।
    फिर भी, “कॉम्प्लेक्स‑इकोसिस्टम” के भीतर न्यूनतम‑परिणाम की अपेक्षा वास्तविकता से दूर हो सकती है।
    अंततः, चयनकर्ता को चाहिए कि वह सांस्कृतिक, सामाजिक और竞技‑परिप्रेक्ष्य को संतुलित रूप से समाहित करे। तब ही पाकिस्तान की टी‑20 टीम न केवल बांग्लादेश के खिलाफ, बल्कि अंतरराष्ट्रीय मंच पर भी एक नया मंच स्थापित कर पाएगी।

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    Alia Singh

    सितंबर 28, 2025 AT 15:46

    नवीन स्क्वाड के निर्माण में चयनकों ने दीर्घकालिक रणनीति को प्राथमिकता दी है, यह एक प्रशंसनीय कदम है; विशेषकर युवा खिलाड़ियों को मौकों का प्रदान करके टीम के भविष्य को सुदृढ़ किया गया है। इस प्रक्रिया में संतुलन बाले हुए अनुभवी और नवोदित प्रतिभाओं का मिश्रण अत्यंत महत्त्वपूर्ण सिद्ध होता है।

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    Purnima Nath

    सितंबर 29, 2025 AT 05:39

    बहिनों, देखो तो सही! पाकिस्तान ने अब नई ऊर्जा के साथ कदम बढ़ाया है, युवा शौक़ीनों को मौका मिल रहा है, मानो क्रिकेट का फ़ेस्टिवल चल रहा हो! चलो मिलकर उनका समर्थन करें, टीम को ऊर्जा दें, जय हिन्द!

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    Rahuk Kumar

    सितंबर 29, 2025 AT 19:32

    नया स्क्वाड देखना दिलचस्प है

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    Deepak Kumar

    सितंबर 30, 2025 AT 09:26

    सही कहा, नई पीढ़ी को मौका देना टीम को रिफ्रेश कर देगा

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    Chaitanya Sharma

    सितंबर 30, 2025 AT 23:19

    सलमान अली आघा की कप्तानी में टीम को एक नई दिशा मिल सकती है, उनका अनुभव बॉलिंग और बैटिंग दोनों में संतुलन लाएगा, यह चयन निश्चित ही टीम को सुदृढ़ करेगा।

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    Riddhi Kalantre

    अक्तूबर 1, 2025 AT 13:12

    जैसा कि हमने कहा, पाकिस्तान को अपने बीते गौरव को फिर से जगाने के लिए इस स्क्वाड में घरेलू परिस्थितियों को समझते हुए रणनीति बनानी चाहिए, तभी हम बांग्लादेश जैसे प्रतिद्वंद्वी को परास्त कर पाएँगे।

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    Jyoti Kale

    अक्तूबर 2, 2025 AT 03:06

    यहाँ तक कि इस चयन में औपचारिकता की कमी दिखती है; शब्दों की भारीपन से विचारों का स्पष्ट अभिव्यक्ति नहीं दिख रहा।

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    Ratna Az-Zahra

    अक्तूबर 2, 2025 AT 16:59

    नई ऊर्जा का स्वागत है, परन्तु टीम की संरचना में संतुलन बनाए रखना आवश्यक होगा।

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    Nayana Borgohain

    अक्तूबर 3, 2025 AT 06:52

    शादाब खान की चोट के पीछे की साजिशें तो बस एक अफ़वाह ही लगती हैं :)

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    Shivangi Mishra

    अक्तूबर 3, 2025 AT 20:46

    बिलकुल सही! नई पीढ़ी के उत्साह को अपार शक्ति देने से टीम का आत्मविश्वास दोगुना हो जाएगा, यह एक प्रेरणादायक कदम है।

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    ahmad Suhari hari

    अक्तूबर 4, 2025 AT 10:39

    सिलेक्टेड प्लेयरस की लिस्ट में कचार्लसवाचा औंर बेस्ट प्लेयर क्ये मिक्सिंग से टीम कम्जर लग रही है।

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    shobhit lal

    अक्तूबर 5, 2025 AT 00:32

    अरे भाई, तुमने तो पूरी लिस्ट उलटपुलट कर दी, क्या बात है, लेकिन देखो तो सही, कुछ नाम तो वाकई में फिट नहीं हैं।

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    suji kumar

    अक्तूबर 5, 2025 AT 14:26

    पाकिस्तान की नई टी‑20 स्क्वाड का निर्माण एक जटिल सामाजिक‑राजनीतिक प्रक्रिया को प्रतिबिंबित करता है; प्रथम वाक्य में चयन के उद्देश्य को स्पष्ट किया गया है, और दूसरा वाक्य इस बात पर प्रकाश डालता है कि युवा खिलाड़ियों को किस प्रकार मंच मिला है। तीसरा वाक्य यह दर्शाता है कि अनुभवी खिलाड़ियों की उपस्थिति टीम को स्थिरता प्रदान करती है, जबकि चौथा वाक्य चयन में रणनीतिक विविधता को उजागर करता है। पाँचवां वाक्य बांग्लादेशी जीत के प्रभाव को समझाता है, जिससे पाकिस्तान को पुनर्समीक्षा करनी पड़ेगी। छठा वाक्य दर्शाता है कि तेज़‑गेंदबाज़ी के विकल्पों को विस्तारित किया गया है, जिससे बॉलिंग की गहराई बढ़ सके। सातवां वाक्य चयन में संभावित जोखिमों का उल्लेख करता है, और आठवां वाक्य इन जोखिमों को न्यूनतम करने के उपाय सुझाता है। नवां वाक्य टीम के मनोबल को बढ़ाने के लिये प्रेरक तत्वों को जोड़ता है, और अंतिम वाक्य एक समग्र निष्कर्ष प्रदान करता है कि इस स्क्वाड को समय के साथ परिपक्वता मिलेगी।

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    Ajeet Kaur Chadha

    अक्तूबर 6, 2025 AT 04:19

    ओह, क्या शानदार चयन, बिल्कुल “बेस्ट” जैसा!

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    Vishwas Chaudhary

    अक्तूबर 6, 2025 AT 18:12

    ऐसी हल्की-फुल्की बातें नहीं चलेगी, टीम को सुधारने के लिये कड़ी मेहनत चाहिए।

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