मुंबई क्रिकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष अमोल काले का न्यूयॉर्क में कार्डियक अरेस्ट से निधन

मुंबई क्रिकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष अमोल काले का न्यूयॉर्क में कार्डियक अरेस्ट से निधन जून, 11 2024

मुंबई क्रिकेट एसोसिएशन (MCA) के अध्यक्ष अमोल काले का न्यूयॉर्क में कार्डियक अरेस्ट से निधन हो गया। वे भारत और पाकिस्तान के बीच खेले जा रहे टी20 विश्व कप मैच को देखने आए थे जब यह दुखद घटना घटी। अक्टूबर 2022 में MCA के अध्यक्ष चुने गए काले ने एसोसिएशन में कई महत्वपूर्ण सुधार लागू किए थे। सबसे महत्वपूर्ण कदमों में से एक था मुंबई सीनियर टीम के खिलाड़ियों के मैच फीज को दोगुना करने का निर्णय। उनकी क्रिकेट के प्रति गहरी रुचि और सुधारात्म दृष्टिकोण के कारण वे क्रिकेट मंडल में काफी प्रिय थे।

अमोल काले का क्रिकेट के प्रति समर्पण केवल एसोसिएशन तक ही सीमित नहीं था। वे एक सफल व्यवसायी भी थे और मुंबई में कई व्यापारिक उपक्रमों के साथ जुड़े हुए थे। महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के करीबी सहयोगी होने के साथ-साथ, वे तिरुमला तिरुपति देवस्थानम (TTD) के ट्रस्टी भी थे। उनकी जीवन शैली में यह देखने को मिलता था कि वे खेल और व्यापार दोनों क्षेत्रों में समान रूप से सफल थे।

उनके नेतृत्व में मुंबई ने 2023 में आईसीसी क्रिकेट विश्व कप के मैचों की मेजबानी की, जिसमें भारत और न्यूज़ीलैंड के बीच का सेमीफाइनल मैच भी शामिल था। यह एक गर्व का विषय था और काले के कुशल नेतृत्व का प्रतीक था। उनकी अध्यक्षता के दौरान ही मुंबई ने रणजी ट्रॉफी भी जीती थी, जो टीम के लिए एक महत्वपूर्ण उपलब्धि थी।

काले की अचानक निधन की खबर ने क्रिकेट समुदाय को स्तब्ध कर दिया है। उनके मित्र और सहयोगी व पूर्व मंत्री जितेंद्र आव्हाड सहित अन्य प्रमुख हस्तियों ने सोशल मीडिया पर अपनी संवेदनाएं व्यक्त की हैं। भारतीय क्रिकेट में उनके योगदान को कभी भुलाया नहीं जा सकेगा, और उनके जाने से जो शून्य उत्पन्न हुआ है, उसे भर पाना मुश्किल होगा।

एमसीए के अंदरूनी सूत्रों का कहना है कि काले ने हमेशा अपने खिलाड़ियों के समर्थन में खड़े रहने का प्रयास किया। उनके विचार सिर्फ मैच जीतने तक सीमित नहीं थे, बल्कि वे खिलाड़ियों के व्यक्तिगत और पेशेवर विकास में भी अभूतपूर्व योगदान देते थे। खिलाड़ियों के प्रशिक्षण सत्रों में उनकी सक्रिय भागीदारी और उनके स्वास्थ्य एवं फिटनेस पर जोर देने की आदत से यह स्पष्ट था कि वे कितनी गहराई से खेल को समझते थे।

उनकी कोशिशों ने भारतीय क्रिकेट के कई उभरते सितारों को मंच प्रदान किया। युवा खिलाड़ियों को जब भी समर्थन की आवश्यकता होती, काले हमेशा उनके साथ खड़े होते। उनके संवाद कौशल और नेतृत्व की सक्षमता के कारण वे खिलाड़ियों के बीच अत्यंत लोकप्रिय थे। यही कारण है कि उनके निधन ने न केवल एक प्रशासक को बल्कि एक मार्गदर्शक को भी खो दिया है।

आखिरी महीने में ही उन्होंने कई योजनाओं की घोषणा की थी जो एमसीए को नई ऊंचाइयों पर ले जाने के लिए बनाई गई थीं। इनमें से कुछ योजनाओं में राज्य स्तरीय टूर्नामेंट्स की संख्या बढ़ाना, खिलाड़ियों को आधुनिक तकनीक से लैस करने के उपाय और ग्राउंड्स की स्थिति सुधारना शामिल था। अब देखना होगा कि एसोसिएशन उनकी योजनाओं को कैसे आगे बढ़ाती है।

संवेदनाएं और श्रद्धांजलि

क्रिकेट समुदाय और अन्य खेल प्रशंसकों ने काले के परिवार के प्रति संवेदनाएं व्यक्त की हैं। देवेंद्र फडणवीस ने कहा, 'अमोल काले का निधन क्रिकेट जगत के लिए एक बड़ी क्षति है। उन्होंने हर कदम पर खिलाड़ियों और खेल को आगे बढ़ाने का प्रयास किया।' उधर, जितेंद्र आव्हाड ने भी अपने ट्वीट में लिखा, 'अमोल का जाना मेरे लिए व्यक्तिगत क्षति है। वे न केवल एक सहयोगी थे, बल्कि एक अच्छे मित्र भी थे।'

क्रिकेट समुदाय की प्रतिक्रियाएं

भारत के पूर्व बल्लेबाज और क्रिकेट कमेंटेटर संजय मांजरेकर ने लिखा, 'अमोल काले न केवल क्रिकेट के प्रति समर्पित थे, बल्कि वे एक अद्भुत व्यक्ति भी थे। उनकी अकलात्मक सोच और संकल्पशीलता को हमेशा याद किया जाएगा।'

भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान रोहित शर्मा ने अपने संदेश में कहा, 'अमोल सर के साथ बिताया समय हमेशा याद रहेगा। वे हमें सही दिशा में मार्गदर्शन करते थे और उनके सुझाव हमेशा महत्वपूर्ण थे।'

क्रिकेट ट्रेनर और कोच राजू कुलकर्णी ने भी काले के योगदान का स्मरण करते हुए कहा, 'अमोल के योगदान को भूल पाना असंभव है। उन्होंने क्रिकेट को जिस ऊंचाई तक पहुंचाने का सपना देखा था, वह आने वाले सालों में फलित होगा।'

अमोल काले की विरासत

अमोल काले की विरासत

अमोल काले की महानता केवल उनके पेशेवर जीवन तक सीमित नहीं थी। वे अपने व्यक्तिगत जीवन में भी अत्यंत दयालु और सहानुभूति रखने वाले व्यक्ति थे। वे हमेशा अपने दोस्तों और परिवार के साथ खुश रहने वाले व्यक्ति थे। उनके हास्य और जीवन के प्रति उनके दृष्टिकोण ने उन्हें उनके सभी जानने वालों के बीच प्रिय बना दिया था।

उनके निधन के बाद, यह कहना उचित होगा कि अमोल काले ने जो योगदान दिल्ली- मुंबई क्रिकेट और भारतीय क्रिकेट में किया है, वह अमूल्य है। उनके द्वारा किए गए सुधारों और उनकी योजनाओं को आगे बढ़ाना, एमसीए के नए नेतृत्व के लिए एक बड़ी चुनौती होगी। हम आशा करते हैं कि एमसीए उनके सपनों को साकार करने में सफल होगा और भारतीय क्रिकेट में उनकी विरासत अमर रहेगी।