मलावी के उपराष्ट्रपति डॉ. सोलोस चिलिमा और अन्य 9 लोग प्लेन क्रैश में मारे गए
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मलावी के उपराष्ट्रपति और अन्य 9 की मृत्यु पर राष्ट्रीय शोक
मलावी के उपराष्ट्रपति डॉ. सोलोस चिलिमा और उनकी पत्नी समेत कुल 10 लोग एक सैन्य विमान दुर्घटना में काल के गाल में समा गए। इस दुखद घटना ने पूरे मलावी देश को शोक में डूबा दिया है। सोमवार की सुबह जब लिलोंग्वे से विमान ने उड़ान भरी, तो किसी ने भी ऐसी त्रासदी की उम्मीद नहीं की थी।
दुर्घटना की विवरण
यह दुर्घटना चिकंगावा पहाड़ी क्षेत्र में हुई। डॉ. सोलोस चिलिमा और अन्य यात्रियों को लेकर यह विमान लिलोंग्वे से मलावी के पूर्व अटॉर्नी जनरल के अंतिम संस्कार में शिरकत करने जा रहा था। माना जा रहा है कि विमान लैंडिंग के दौरान खराब मौसम की वजह से म्जुजु एयरपोर्ट पर उतर नहीं पाया और उसे वापस लिलोंग्वे लौटने की सलाह दी गई थी। अलबत, रास्ते में विमान रडार से गायब हो गया और दुखदाजनक ढंग से हादसे का शिकार हो गया।
राष्ट्रपति लाजारस चकवेरा ने अपने दुख को व्यक्त करते हुए कहा कि यह राष्ट्र को हिला देने वाली घटना है। उन्होंने मंगलवार को राष्ट्रीय शोक दिवस घोषित किया। उन्होंने बताया कि इस दुर्घटना में सभी 10 लोगों की मृत्यु हो गई है।
उपराष्ट्रपति चिलिमा की जीवन यात्रा
डॉ. सोलोस चिलिमा, 51 वर्षीय, मलावी में एक चर्चित व्यक्तित्व थे। वे आगामी राष्ट्रपति चुनावों के संभावित प्रत्याशी भी थे। पिछले वर्ष 2022 में उन पर सरकारी ठेकों के लिए अवैध भुगतान लेने के आरोप लगे थे, लेकिन उन्होंने इन आरोपों को गलत बताया था और हाल ही में उन पर सारे आरोप हटा दिए गए थे। अपने राजनीतिक और सामाजिक कार्यों के माध्यम से वे मलावी के जन-जीवन में गहरी छाप छोड़ गए।
अन्य देशों से मिली सहायता
इस घटना के परिप्रेक्ष्य में कई अन्य देशों ने भी सहानुभूति और सहायता व्यक्त की है। अमेरिकी दूतावास ने खोज और बचाव ऑपरेशन के लिए एक डिफेंस C-12 विमान प्रदान किया। यह ऑपरेशन मंगलवार को भी जारी रहा, ताकि विमान के मलबे की खोज की जा सके और किसी प्रकार की संभावित सहायता प्रदान की जा सके।
मलावी की राजधानी लिलोंग्वे में इस दुखद घटना के बाद पूरे देश में शोक और दहशत का माहौल है। लोग सड़कों पर उतरकर अपने पारंपरिक तरीकों से शोक व्यक्त कर रहे हैं और उपराष्ट्रपति की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना कर रहे हैं।
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राष्ट्रपति का संबोधन और शोक संदेश
राष्ट्रपति चकवेरा ने अपने टेलिविज़न संबोधन में कहा कि यह हादसा देश के लिए एक बड़ी त्रासदी है। उन्होंने शोक संतप्त परिवारों को भरोसा दिलाया कि सरकार उनके साथ खड़ी है। 'यह घटना हमें तोड़कर रख गई है, लेकिन हम एकजुट होकर इस असहनीय दुख का सामना करेंगे।' राष्ट्रपति ने शोक संवेदनाओं के साथ-साथ आगे की करवाई के बारे में भी विचार-विमर्श करने की बात कही।
देश में शोक का माहौल
पूरे देश में इस दुर्घटना के बाद राष्ट्रीय स्तर पर शोक मनाने की तैयारियाँ की जा रही हैं। विभिन्न धार्मिक और सामाजिक संस्थाओं ने इस दुखद स्थिति में सहयोग और संवेदना व्यक्त की है। कई जगहों पर प्रार्थना सभाएँ आयोजित की जा रही हैं और लोगों को उपराष्ट्रपति और अन्य मृतकों की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना करने की सलाह दी जा रही है।
इस दुर्घटना ने पुरे राष्ट्र को झकझोर कर रख दिया है और लोग एकजुट होकर इस कठिन समय का सामना करने के लिए संकल्पबद्ध हैं। अब समय ही बता पाएगा कि मलावी इस दुखद स्थिति से किस प्रकार से उभरता है। लेकिन इस समय पूरा देश उपराष्ट्रपति डॉ. सोलोस चिलिमा और अन्य मृतकों के प्रति अपनी संवेदनाएँ व्यक्त कर रहा है। हम सबकी प्रार्थनाएँ उनके परिवारों के साथ हैं।