केरल लॉटरी Sthree Sakthi SS-453 के परिणाम: 75 लाख का पहला पुरस्कार चिटूर में मिला

जब Kerala State Lottery Department ने Sthree Sakthi SS-453Gorky Bhavan, Thiruvananथपुरम् की रिपोर्ट जारी की, तो पूरे राज्य में ही हलचल मच गई। 4 फ़रवरी को दोपहर 3 बजे हुए इस ड्रॉ में पहला इनाम 75 लाख रुपये का टिकट R SIVAMANI के एजनसी नंबर P‑2249 से चिटूर के एक लॉटरी शॉप में बेचा गया, और वही जीत का कारण बना।
पृष्ठभूमि: त्रि महिला सशक्तिकरण लॉटरी का इतिहास
केरल में त्री महिला सशक्तिकरण (Sthree Sakthi) लॉटरी 1997 से चल रही है। ये लॉटरी हर मंगलवार को आयोजित होती है और का मूल उद्देश्य महिलाओं की आर्थिक स्थिति को सुदृढ़ करना है। राज्य सरकार ने इसे सामाजिक विकास के एक साधन के रूप में स्थापित किया, और अब तक इस कार्यक्रम से कई हजारियों परिवारों को सशक्त किया गया है।
परिणाम की विस्तृत जानकारी
ड्रॉ के परिणाम कुछ इस तरह निकले:
- पहला इनाम (75 लाख रुपये) – टिकट नंबर
SB 726092
, बेचा गया चिटूर में। टैक्स扣除 के बाद जोड़ मिलती है ₹52,50,000। - दूसरा इनाम (10 लाख रुपये) – टिकट
SL 969791
, बेचा गया थमरासेरी में, एजेंट BABU K M (एजेंसी D‑4399) द्वारा। - कंसोलिडेशन इनाम (₹8,000) – सभी सीरीज के साथ
726092
वाले टिकट। - तीसरा इनाम (₹5,000) – अठारह विशिष्ट नंबर, जैसे 1341, 1435, 1601 आदि।
विजेताओं को नियमों के अनुसार 30 दिन के भीतर अपना पुरस्कार दावा करना होगा। छोटी राशि (<₹5,000) के लिए निकटवर्ती अधिकृत लॉटरी शॉप में दावा कर सकते हैं, जबकि बड़ी रकम के लिए बँक या सरकारी लॉटरी कार्यालय में टिकेट के साथ पहचान पत्र प्रस्तुत करना आवश्यक है।
विजेताओं की टिप्पणी और प्रतिक्रिया
चिटूर के टिकेटधारक, जिन्होंने 75 लाख की बड़ी राशि जीती, ने कहा, “मैं नहीं मान रहा हूँ, यह तो मेरे परिवार के लिये एक नया अध्याय लेकर आया है।” स्थानीय व्यापारी ने बताया कि जीत के बाद वह अपने छोटे व्यवसाय को नई मशीनरी से लैस करने की योजना बना रहा है। थमरासेरी के विजेता BABU K M ने कहा, “यह पैसा मेरे दो बच्चों की पढ़ाई के लिये काफी मददगार होगा।”
वहीं, लॉटरी विभाग के प्रवक्ता ने बताया कि सभी विजेताओं को आधिकारिक गजेट में अंकित अंक मिलते ही तुरंत सत्यापन करना चाहिए, ताकि किसी भी गलत दावे से बचा जा सके।
प्राप्ति प्रक्रिया और कर नियम
पहले इनाम की राशि पर 30 % कर कटौती लागू होती है, जो कि आयकर अधिनियम के अंतर्गत आता है। बची हुई ₹52,50,000 सीधे विजेता के बैंक खाते में ट्रांसफ़र की जाएगी, बशर्ते वह अपने पहचान दस्तावेज़ के साथ गवर्नमेंट एग्रीमेंट फॉर्म जमा करे। छोटे इनामों के लिये नकद भुगतान भी संभव है, पर 5 लाख से ऊपर की रकम हेतु टिकेट का असली रूप में प्रस्तुत करना अनिवार्य है।
केरल में लॉटरी जीतने वाले कई बार बैंक में लंबी कतारों का सामना करते हैं, इसलिए विभाग ने सुझाव दिया है कि ऑनलाइन पोर्टल से पहले से ही एप्लिकेशन फॉर्म भर लिया जाए।
भविष्य की लॉटरी और संभावित प्रभाव
अगली Sthree Sakthi SS-454 ड्रॉ 11 फ़रवरी 2025 को फिर से गॉर्की भवन, थिरुवनन्तपुरम् में आयोजित होगी। विशेषज्ञों का मानना है कि लगातार बड़े इनाम जारी रखने से लॉटरी की लोकप्रियता बढ़ेगी, और सामाजिक‑आर्थिक स्तर पर महिलाओं के लिये अतिरिक्त आय स्रोत उत्पन्न होगा।
हालाँकि, कुछ सामाजिक कार्यकर्ता यह भी तर्क देते हैं कि लॉटरी पर अत्यधिक निर्भरता वित्तीय असुरक्षा की ओर ले जा सकती है, इसलिए सरकार को लॉटरी के साथ-साथ छोटे उद्यमों और कौशल प्रशिक्षण पर भी फोकस करना चाहिए।

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
पहला पुरस्कार जीतने वाले को कितना शुद्ध राशि मिलती है?
पहले इनाम की मूल राशि 75 लाख रुपये है, परन्तु 30 % कर (₹22,50,000) काटे जाने के बाद शुद्ध राशि ₹52,50,000 प्राप्त होती है। यह राशि बँक ट्रांसफ़र के माध्यम से विजेता के नामांकन खाते में जमा की जाती है।
विजेताओं को पुरस्कार कब तक दावा करना चाहिए?
केरल लॉटरी विभाग ने सभी विजेताओं को ड्रॉ की तिथि से तीस (30) दिनों के भीतर अपना पुरस्कार दावा करने की सूचना दी है। इस अवधि के बाद दावा अस्वीकार किया जा सकता है।
छोटी राशि वाले पुरस्कार कहाँ से ले सकते हैं?
₹5,000 से कम के इनाम के लिये कोई भी अधिकृत लॉटरी शॉप या एजेंट के पास टिकेट लेकर नकद प्राप्त किया जा सकता है। इसके लिए अतिरिक्त पहचान दस्तावेज़ की आवश्यकता नहीं होती।
केरल सरकार लॉटरी का सामाजिक प्रभाव कैसे देखती है?
सरकार का मानना है कि Sthree Sakthi जैसी लॉटरी महिलाओं को आर्थिक सशक्तिकरण प्रदान करती है, लेकिन साथ ही यह भी चेतावनी देती है कि लॉटरी पर अत्यधिक निर्भरता वित्तीय जोखिम बढ़ा सकती है। इसलिए सामाजिक कल्याण योजनाओं के साथ इसे संतुलित करने की कोशिश की जाती है।
अगली ड्रॉ कब और कहाँ होगी?
अगली Sthree Sakthi लॉटरी ड्रॉ, कोड SS‑454, 11 फ़रवरी 2025 को दोपहर 3 बजे गॉर्की भवन, थिरुवनन्तपुरम् में आयोजित होगी।
Kishan Kishan
सितंबर 28, 2025 AT 23:06वाह! केरल लॉटरी का फिर से बड़ा धमाका, 75 लाख का पहला इनाम और फिर भी लोग आश्चर्य में हैं!!! किसी को भी नहीं पता था कि टैक्स कटौती के बाद असली रकम ₹52,50,000 भी मिलती है, तो चलिए, जल्दी से अपनी टिकट जाँचिए, एजेंट के पास जाकर, और हाँ, अगर जीतते हैं तो खुशी में जला‑जला कर सेल्फी लेना न भूलें!!!
richa dhawan
सितंबर 29, 2025 AT 07:26क्या यह लॉटरी नहीं, बस सरकार की एक बड़ी साजिश है? हर बार बड़े पुरस्कार होते हैं, फिर भी वही लोग जो आधी राइफलें खरीदते हैं, जीतते नहीं। शायद इस ड्रॉ में कोई छुपा हुआ एल्गोरिदम है जो वास्तव में गरीबों को बेवकूफ बनाता है। यही कारण है कि मैं इस तरह की लॉटरी को नहीं खेलता।
Balaji S
सितंबर 30, 2025 AT 05:40त्री महिला सशक्तिकरण लॉटरी, जिसे हम सभी Sthree Sakthi के नाम से जानते हैं, वह सिर्फ़ एक आर्थिक साधन नहीं बल्कि सामाजिक परिवर्तन का एक महत्वपूर्ण एजेंट है।
यह पहल 1997 में स्थापित हुई, उस समय से यह महिलाओं को वित्तीय स्वतंत्रता प्रदान करने के लक्ष्य को आगे बढ़ा रही है।
पारदर्शी ड्रॉ प्रक्रिया, नियमित रूप से आयोजित होने वाले ट्रीटमेंट, और बड़े इनाम, सभी इस पहल को वैधता प्रदान करते हैं।
जब हम इस लॉटरी के परिणाम को देखते हैं, तो यह स्पष्ट हो जाता है कि यह केवल भाग्य पर निर्भर नहीं है; यह आर्थिक समावेशन के सिद्धांत को व्यावहारिक रूप से लागू करता है।
विशेषकर ग्रामीण क्षेत्रों में, जहाँ वित्तीय संस्थानों की पहुंच सीमित है, लॉटरी टिकट खरीदना ही कई महिलाओं के लिए बचत और निवेश का एकमात्र माध्यम बन गया है।
इनकी आय के स्रोत में विविधता आती है, जिससे वे अपने परिवार की आर्थिक स्थिरता में योगदान दे पाती हैं।
वित्तीय साक्षरता के पहलू पर भी लॉटरी का प्रभाव अद्भुत है; कई महिलाएं अपने इनाम का प्रबंधन करने के लिए बैंक खातों की जानकारी प्राप्त करती हैं, जिससे बैंकिंग सेक्टर में उनके प्रवेश की दर बढ़ती है।
इसके अतिरिक्त, सामाजिक मानदंडों में परिवर्तन भी देखा जाता है, क्योंकि लॉटरी जीतने वाली महिलाएं अपने समुदाय में एक नई भूमिका ग्रहण करती हैं, जिससे उनका आत्मविश्वास बढ़ता है।
हालांकि, यह प्रणाली केवल तभी सफल होगी जब प्रशासनिक पारदर्शिता और समय पर भुगतान सुनिश्चित हो।
वर्तमान में, यदि विजेताओं को 30 दिनों के भीतर इनाम का दावा करना होता है, तो यह एक संरचित प्रक्रिया को दर्शाता है, परंतु यह भी जरूरी है कि इस समय सीमा को लचीला बनाया जाए ताकि सभी वर्गों की पहुंच सुनिश्चित हो सके।
आगे चलकर, डिजिटल प्लेटफ़ॉर्म पर लॉटरी परिणाम प्रकाशित करने से सूचना की पहुँच विस्तारित होगी और धोखाधड़ी की संभावना घटेगी।
स्मार्टफोन या इंटरनेट के माध्यम से रीयल‑टाइम अपडेट, सभी प्रतिभागियों के लिए समान अवसर प्रदान करेगा।
इसी प्रकार, लॉटरी के इनाम को पुनः निवेश के माध्यम से सामाजिक उद्यमों में निवेश करके, सतत विकास की दिशा में एक कदम और बढ़ाया जा सकता है।
यह आर्थिक पूँजी को सामाजिक लाभ में परिवर्तित करने का एक प्रभावी मॉडल बन सकता है।
अंततः, Sthree Sakthi केवल एक लॉटरी नहीं, बल्कि एक सामाजिक-अर्थशास्त्रीय प्रयोग है जो महिलाओं को सशक्त बनाता है और समाज में उनका स्थान ऊंचा करता है।
Alia Singh
अक्तूबर 1, 2025 AT 03:53केरल लॉटरी ने फिर से एक उल्लेखनीय पहल की है; महिला सशक्तिकरण के नाम पर यह कार्यक्रम सामाजिक आर्थिक संरचना को दृढ़ करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है, और इस बार 75 लाख रुपये के प्रथम इनाम के साथ यह और अधिक प्रभावशाली बन गया है; यह न केवल व्यक्तिगत लाभ प्रदान करता है, बल्कि सामुदायिक विकास के लिए भी प्रेरणा स्रोत है; इस प्रकार की वित्तीय सहायता, योग्य महिलाओं को आगे बढ़ने का अवसर देती है, जिससे उनके आत्मविश्वास एवं आर्थिक स्वतंत्रता में उल्लेखनीय वृद्धि होती है; अतः हमें इस पहल का समर्थन करना चाहिए और सभी संभावित प्रतिभागियों को जागरूक करना चाहिए, ताकि इस सशक्तिकरण की लहर और अधिक विस्तृत हो सके।
Purnima Nath
अक्तूबर 1, 2025 AT 06:40बहुत ही प्रेरणादायक समाचार है यह! ऐसे बड़े इनाम से कई महिलाओं को नया जोश मिलेगा और उनके सपने साकार हो सकते हैं, चलिए हम सब इस पहल को प्रोत्साहित करें और सकारात्मक विचार फैलाएं
Rahuk Kumar
अक्तूबर 2, 2025 AT 07:40यह लॉटरी पहचानों का अभिज्ञान नहीं, बल्कि एक मौद्रिक मॉडल है, जिसे व्यवस्थित रूप से विश्लेषित किया जाना चाहिए।
Deepak Kumar
अक्तूबर 2, 2025 AT 13:13अच्छा मौका है, जल्दी टिकट खरीदें।
Chaitanya Sharma
अक्तूबर 9, 2025 AT 11:53यदि आप अभी भी संकोच में हैं, तो यह ध्यान रखें कि लॉटरी के नियम स्पष्ट रूप से लिखे गए हैं; आपके जीतने की संभावना निश्चित नहीं है, पर यह एक वैध आर्थिक अवसर है-उपलब्धता के अनुसार टिकट खरीदें, और यदि जीतते हैं तो निर्धारित समय सीमा में दावा करें।