केंद्र सरकार का बजट 2025: निर्मला सीतारमण के बजट भाषण की पूरी जानकारी, कहां देखें लाइव

केंद्र सरकार का बजट 2025: निर्मला सीतारमण के बजट भाषण की पूरी जानकारी, कहां देखें लाइव फ़र॰, 1 2025

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण का आठवां बजट

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण 1 फरवरी को सुबह 11 बजे लोकसभा में अपना आठवां बजट प्रस्तुत करेंगी। यह बजट भारतीय इतिहास में एक विशेष स्थिति रखता है क्योंकि यह लगातार आठवीं बार होगा जब निर्मला सीतारमण बजट पेश कर रही हैं। उनके पहले बजट से लेकर अब तक उन्होंने कई सुधारात्मक कदम उठाए हैं, जो कि देश के विभिन्न आर्थिक पहलुओं को ध्यान में रखते हुए किए गए थे। इस बजट को लेकर कई तरह की उम्मीदें हैं, खासकर कृषि क्षेत्र और कर सुधारों से संबंधित।

बजट सत्र की रूपरेखा

बजट सत्र की शुरुआत 31 जनवरी को हुई है, जो कि राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के अभिभाषण के साथ शुरू हुआ। इस सत्र को दो भागों में बांटा गया है—पहला भाग 31 जनवरी से 13 फरवरी तक और दूसरा भाग 10 मार्च से 4 अप्रैल तक चलेगा। यह सत्र कई चर्चाओं और विधायी प्रक्रियाओं का गवाह बनेगा। बजट संबंधी दस्तावेजों को 1 फरवरी को लोकसभा में प्रस्तुत करने के बाद राज्यसभा में भी प्रस्तुत किया जाएगा।

लाइव प्रसारण और बजट की उम्मीदें

लाइव प्रसारण और बजट की उम्मीदें

लोग बजट भाषण का प्रसारण सरकरी बजट वेबसाइट (indiabudget.gov.in) और संसद टीवी पर लाइव देख सकते हैं। इस बार के बजट से लोगों को कई उम्मीदें हैं। कृषि क्षेत्र पर विशेष ध्यान देने की संभावना है, साथ ही पुरानी कर प्रणाली को समाप्त कर नया कर सुधार लाया जा सकता है। उन व्यक्तियों के लिए जिनकी वार्षिक आय ₹10 लाख से कम है, उनके लिए जीरो इनकम टैक्स की पेशकश की संभावना है। हालांकि, इन बदलावों का अभी तक कोई औपचारिक पुष्टि नहीं की गई है।

वित्तीय नीति और आर्थिक विकास

बजट का एक प्रमुख उद्देश्य वित्तीय संमेलन और आर्थिक विकास को संतुलित करना होगा, विशेषकर तब जब मुद्रास्फीति के आकड़े लगातार बढ़ रहे हों। रियल एस्टेट को 'इंडस्ट्री' का दर्जा देने और कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) के विकास और अपनाने के लिए बजट समर्थन की उम्मीद की जा रही है।

नारी शक्ति और ऐतिहासिक पृष्ठभूमि

वित्त मंत्री के रूप में निर्मला सीतारमण का सफर 2019 में शुरू हुआ, जो कि भारत की पहली पूर्णकालिक महिला वित्त मंत्री बनीं। वे इस बार के बजट के साथ इतिहास में भारत के पूर्व प्रधानमंत्री मोरारजी देसाई के 1959 से 1969 के बीच 10 बजट प्रस्तुत करने के रिकॉर्ड के करीब पहुंच जाएंगी।

आर्थिक सर्वेक्षण 2024-25 में भारतीय जीडीपी को 6.3-6.8% की वृद्धि के संकेत दिए हैं, जो कि एक सकारात्मक संकेत है। वित्तीय वर्ष 1999 में यशवंत सिन्हा द्वारा 11 बजे बजट प्रस्तुत करने की परंपरा की शुरुआत की गई थी, और 2017 में 1 फरवरी की तारीख तय की गई थी, जिससे नए वित्तीय वर्ष से पहले संसद की मंजूरी मिल सके।

बजट 2025 भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए एक महत्वपूर्ण सही कदम साबित हो सकता है, जो भविष्य के लिए आर्थिक दिशा को निर्धारित करेगा।