कैबिनेट द्वारा स्वीकृत हुआ PAN 2.0 प्रोजेक्ट: नया डिजिटल युग लाने की तैयारी
नव॰, 27 2024
कैबिनेट ने दी PAN 2.0 प्रोजेक्ट को मंज़ूरी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में कैबिनेट समिति ने PAN 2.0 प्रोजेक्ट को मंजूरी दी है, जो भारत के टैक्सपेयर्स के लिए एक नया और उन्नत युग लाने की तैयारी कर रहा है। इस प्रोजेक्ट का लक्ष्य टैक्सपेयर्स के पंजीकरण को एक आधुनिक रूप देना है, जिसमें आयकर विभाग के PAN और TAN से जुड़ी सभी कोर और नॉन-कोर फंक्शन का समावेश होगा। मुख्य ध्यान रिलायबल और इफेक्टिव डिजिटल सिस्टम पर है, जिससे कि नागरिकों को अधिक सुविधाजनक और तेज़ सेवाएं मिल सके। इस प्रोजेक्ट के लिए 1,435 करोड़ रुपए का बजट आवंटित किया गया है।
डिजिटल इंडिया के सपने को बल
इस प्रोजेक्ट के साथ, सरकार का लक्ष्य है कि PAN को एक सार्वभौमिक पहचानकर्ता के रूप में सरकारी एजेंसियों के डिजिटल सिस्टम में मान्यता दी जाए। यह कदम सरकार के डिजिटल इंडिया विजन के अनुरूप है। प्रोजेक्ट के अंतर्गत एक एकीकृत पोर्टल की व्यवस्था होगी, जो कि पूरी तरह से पेपरलेस सेवाएं प्रदान करेगी। इस पोर्टल के जरिए टैक्सपेयर्स को सारी जानकारी एक ही जगह पर उपलब्ध होगी, जिससे कि समय की बचत हो सकेगी।
नए PAN कार्ड में QR कोड की सुविधा होगी, जो ना केवल सुरक्षा को बढ़ाएगा बल्कि जानकारी का त्वरित और सरल एक्सेस भी देगा।
उन्नति के विकल्प में सरलता
जो लोग वर्तमान में PAN कार्ड धारक हैं, उनके लिए बिना नया PAN बनाए उसे PAN 2.0 में अपग्रेड करने का विकल्प होगा, जो निशुल्क उपलब्ध कराया जाएगा। हालांकि, वर्तमान PAN कार्ड भी अपग्रेड के बाद मान्य रहेंगे। इससे व्यक्तिगत और छोटे व्यवसायों सहित सभी टैक्सपेयर्स को फायदा पहुंचेगा।
कैबिनेट समिति ने यह भी कहा है कि इससे पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा मिलेगा क्योंकि यह प्रक्रिया पेपरलेस होगी, जो कि ग्रीन इंवेस्टमेंट के तौर पर भी देखा जा सकता है।
विशेषज्ञों की सकारात्मक प्रतिक्रिया
टैक्स विशेषज्ञों ने इस पहल का स्वागत किया है। EY इंडिया के टैक्स पार्टनर असीम मौर ने कहा है कि यह पहल टैक्स संबंधित प्रक्रियाओं को सरल बना देगी और सरकारी सेवाओं के साथ अधिक इफिशिएंट डिजिटल इंटिग्रेशन को बढ़ावा देगी।
उन्नत तकनीक और सुरक्षा
प्रोजेक्ट की तकनीकी अपग्रेडेशन से सिस्टम इंटीग्रेशन, डेटा कंसिस्टेंसी और सुरक्षा को बेहतर बनाया जा सकेगा, जिससे प्रणाली एक अधिक दक्ष और मजबूत फ्रेमवर्क तैयार करेगी। नई प्रणाली में समाहित QR कोड स्वाभाविक रूप से प्रभावशाली और जानकारी के त्वरित और सरल एक्सेस की सुविधा प्रदान करेगा।
इस प्रोजेक्ट का उद्देश्य टैक्स प्रक्रियाओं को अधिक सहज बनाना, सरकारी सेवाओं के साथ निरंतरता को बढ़ावा देना और टैक्सपेयर्स के खर्चों को नियंत्रित करना है। यह पहल बड़े और मध्यम व्यवसायों के साथ-साथ औसत मध्यम वर्ग के टैक्सपेयर्स के लिए एक वरदान साबित होगी।

Ajeet Kaur Chadha
नवंबर 27, 2024 AT 02:43ओ भाई, आखिरको PAN 2.0 से टैक्सपेयरोंकी ज़िन्दगी कट्टरफ़्लेयर बन जाएगी, बिलकुल फ्रीकी!
Vishwas Chaudhary
नवंबर 27, 2024 AT 02:55देश की स्वाभिमानी नीति का यही जलवा है PAN 2.0 से हम विदेशियोंको मात देंगे और हमारी आईडी को सुपर सिक्योर बनाएँगे
Rahul kumar
नवंबर 27, 2024 AT 03:06PAN 2.0? बस और एक सरकारी जाल है, ओह वैसे भी सबकुछ डिजिटल हो रहा है मगर पेपरलेस? सिवाय कागज के अब हम कागज-ही नहीं देख पाएँगे
indra adhi teknik
नवंबर 27, 2024 AT 03:20राहुल भाई, पेपरलेस का मतलब सिर्फ कागज बचाना नहीं है, यह डेटा इंटेग्रिटी भी बढ़ाता है। QR कोड से जानकारी तत्काल मिलती है और एरर कम होते हैं। यह सिस्टम नई पीढ़ी के टैक्सपेयरोंके लिए काफी उपयोगी रहेगा।
Kishan Kishan
नवंबर 27, 2024 AT 03:30वास्तव में, इस PAN 2.0 के साथ हमें कई लाभ मिलेंगे; पहला, क्विक एक्सेस-QR कोड के कारण जानकारी सिर्फ सेकंड में उपलब्ध होगी; दूसरा, सुरक्षा-ब्लॉकचेन‑जैसे एन्क्रिप्शन से डेटा लीक का जोखिम घटेगा; तीसरा, पर्यावरणीय‑फायदा-पेपरलेस प्रक्रिया से पेड़ पौधे बचेंगे!
साथ ही, नई पोर्टल का यूज़र‑इंटरफ़ेस बहुत ही इज़ी‑टू‑यूज़ है; छोटे व्यवसायी भी बिना किसी तकनीकी मदद के अपने दस्तावेज़ अपलोड कर सकते हैं; इससे औपचारिकता में तेजी आएगी।
एक बात और-यदि आप अभी तक डिजिटल इन्फ्रास्ट्रक्चर पर भरोसा नहीं करते, तो यह सिस्टम आपको विश्वास दिलाएगा। हर फ़ॉर्म में ऑटो‑फ़िल फीचर है, जो मैन्युअल एंट्री की गलती को खत्म करता है; और हाँ, समर्थन टीम 24/7 उपलब्ध रहेगी, तो कोई भी समस्या तुरंत सॉल्व हो जाएगी!
तो मुख्य बात यह है कि यह पहल सिर्फ एक अपडेट नहीं, बल्कि पूरे टैक्स इकोसिस्टम को रीशेप करने की कोशिश है-और हमें इस दिशा में कदम बढ़ाने पर गर्व होना चाहिए।
richa dhawan
नवंबर 27, 2024 AT 03:40सभी को पता है कि सरकार की ये डिजिटल पहल असली में हमारे डेटा को बड़े कॉरपोरेट्स को बेचने की योजना है। QR कोड सिर्फ एक मसहुरी टूल है, असली मकसद निगरानी बढ़ाना है। इस प्रोजेक्ट में छिपे जोखिमों को नजरअंदाज न करें।
Balaji S
नवंबर 27, 2024 AT 03:50रिचा जी, आपके दृष्टिकोण को समझता हूँ, परन्तु तकनीकी सुधार के साथ नियामक प्रोटोकॉल भी सुदृढ़ किए जा रहे हैं। डेटा गोपनीयता के लिए एन्क्रिप्शन मानक ISO‑27001 के अनुरूप लागू किया गया है। इस प्रकार, उपयोगकर्ता का विश्वास सुरक्षित रहता है, जबकि प्रणाली की दक्षता बढ़ती है।
Alia Singh
नवंबर 27, 2024 AT 04:00माननीय सदस्यों, PAN 2.0 प्रोजेक्ट हमारे राष्ट्रीय डिजिटल परिवर्तन की दिशा में एक उल्लेखनीय कदम है; यह न केवल प्रक्रिया को तेज़ बनाता है, बल्कि सभी नागरिकों को समान अवसर प्रदान करता है। इस पहल से हम सभी को डिजिटल साक्षरता की ओर आगे बढ़ने का सशक्त प्रेरणा प्राप्त होगी।
Purnima Nath
नवंबर 27, 2024 AT 04:10आलिया जी, आप जैसे उत्साही आवाज़ों की वजह से ही इस परिवर्तन को अपनाने का उत्साह बढ़ता है-चलो मिलकर इस PAN 2.0 को सफलता की ओर ले जाएँ!