जन्मग्राम में बीजेपी नेता पर हमला, TMC ने पलटवार किया विवादित आरोपों के साथ
मई, 25 2024बीजेपी नेता पर हुआ हमला
राजनीतिक महत्व से भरपूर पश्चिम बंगाल के झारग्राम क्षेत्र में शनिवार को एक गंभीर घटना घटित हुई, जब भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के उम्मीदवार प्रणात टूड़ू पर कथित रूप से एक हिंसक भीड़ ने हमला किया। यह घटना ठीक उस वक्त हुई जब राज्य में छठे चरण के लोकसभा चुनावों का दौर चल रहा था। वीडियो फुटेज में देखा गया कि कैसे लोग पत्थर फेंककर और लाठियों से लैस होकर टूड़ू और उनके काफिले का पीछा कर रहे थे। उनके सुरक्षाकर्मियों ने तुरंत हस्तक्षेप किया और उन्हें सुरक्षित निकाल लिया।
बीजेपी का आरोप
बीजेपी ने सीधा आरोप लगाते हुए कहा कि यह हमला तृणमूल कांग्रेस (TMC) के कार्यकर्ताओं द्वारा किया गया था। टूड़ू ने बताया कि Garbeta क्षेत्र के एक मतदान बूथ का दौरा करने के दौरान यह हमला हुआ, जहां उन्हें मतदाताओं को धमकी मिलने की सूचना मिली थी। करीब 200 लोगों की भीड़ ने लाठियों, पत्थरों और हथियारों से लैस होकर हमला किया। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि अगर केंद्रीय बल मौके पर न होते, तो वे शायद मारे जा सकते थे, क्योंकि स्थानीय पुलिस से उन्हें कोई सुरक्षा नहीं मिली।
ममता बनर्जी पर टिप्पणी
प्रणात टूड़ू ने तृणमूल कांग्रेस की नेता ममता बनर्जी पर भी गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि ममता बनर्जी नागरिकता संशोधन कानून (CAA) को लागू नहीं करना चाहतीं और देश को पाकिस्तान में बदलने की मंशा रखती हैं।
TMC का पलटवार
तृणमूल कांग्रेस ने इन आरोपों को सिरे से नकारते हुए उल्टे बीजेपी और टूड़ू की सुरक्षा टीम पर ही आरोप मढ़ दिया। उन्होंने कहा कि घटना के दौरान टूड़ू के सुरक्षाकर्मियों ने मतदान केन्द्र के बाहर इंतजार कर रही एक महिला पर हमला किया था। TMC ने इस घटना को बीजेपी नेताओं के द्वारा किए जा रहे विषमस्त्री विरोधी (misogynistic) व्यवहार की श्रृंखला का हिस्सा बताया, जिसमें उन्होंने प्रधानमंत्री के व्यवहार को इसका मुख्य कारण बताया।
राजनीतिक द्वंद्व
इस प्रकार के आरोप-प्रत्यारोप दोनों दलों के बीच कोई नई बात नहीं है, और पश्चिम बंगाल की राजनीति अक्सर हिंसा और संघर्ष की गिरफ्त में रहती है। झारग्राम क्षेत्र में प्रणात टूड़ू का मुकाबला तृणमूल कांग्रेस के कालिपदा सोरेन और CPI(M) के सोनामणि टूड़ू से है।
इस घटना ने राजनीतिक माहौल को और अधिक गरमा दिया है, और इसके साथ ही परस्पर विरोधी दलों के बीच तनाव चरम पर है। दोनों पार्टियों के आरोप और विरोधभास ने स्थिति को जटिल बना दिया है, और इससे स्पष्ट रूप से यह देखा जा सकता है कि आगामी चुनावों में स्थिति कितनी संवेदनशील हो सकती है।
मतदान की सुरक्षा पर सवाल
इस हादसे ने चुनाव में सुरक्षा व्यवस्था पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं। बीजेपी ने जहां स्थानीय पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए हैं, वहीं TMC ने केंद्रीय बलों की उपस्थिति पर आपत्ति जताई है। इस विवाद ने मतदाताओं के बीच भी चर्चा का विषय बना दिया है, और वोटिंग प्रक्रिया की निष्पक्षता पर सवाल उठाए जा रहे हैं।
आने वाले चुनावों पर असर
इन घटनाओं का असर जाहिर है चुनावी परिणामों पर भी पड़ सकता है। प्रनात टूड़ू के खिलाफ हुए इस हमले के बाद बीजेपी समर्थकों में खासा रोष व्याप्त है। वहीं, TMC समर्थक भी कम नहीं हैं, जो इस घटना को देखकर नाराज हैं और इसका कड़ा विरोध कर रहे हैं।