हुंडई मोटर इंडिया का आईपीओ: वर्तमान जीएमपी, प्रमुख जोखिम और महत्वपूर्ण विवरण

हुंडई मोटर इंडिया का आईपीओ: वर्तमान जीएमपी, प्रमुख जोखिम और महत्वपूर्ण विवरण अक्तू॰, 15 2024

हुंडई मोटर इंडिया का आईपीओ: क्या आपको निवेश करना चाहिए?

भारत की दूसरी सबसे बड़ी यात्री वाहन निर्माता कंपनी, हुंडई मोटर इंडिया, इस सप्ताह वृहद-प्रतीक्षित सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) के साथ बाजार में कदम रखने की तैयारी में है। यह इंडस्ट्री की बड़ी खबर है, और निवेशक इसके बारे में जानने के लिए उत्सुक हैं कि क्या यह उनके निवेश पोर्टफोलियो में शामिल होने लायक है।

आईपीओ की तारीख और कीमत

यह सार्वजनिक निर्गम निवेशकों के लिए 15 अक्टूबर से 17 अक्टूबर, 2024 तक खुला रहेगा। एनकर बुक का विवरण 14 अक्टूबर की शाम को साझा किया जाएगा। कंपनी ने इस आईपीओ के लिए मूल्य बैंड 1,865 से 1,960 रुपये प्रति शेयर तय किया है।

हुंडई ने आईपीओ में पूरी तरह से अपने माता-पिता कंपनी द्वारा बिक्री किया जाने वाले 14.2 करोड़ इक्विटी शेयरों की पेशकश की है, जिसका उद्देश्य ऊपरी मूल्य बैंड पर 27,870.2 करोड़ रुपये जुटाना है। यह एक महत्वपूर्ण राशि है, जो कंपनी के बाजार में स्थान को और भी मजबूत कर सकती है।

आईपीओ का उद्देश्य और शेयर आरक्षण

इस आईपीओ के माध्यम से जुटाई गई सभी राशि (इश्यू खर्चों को छोड़कर) माता-पिता कंपनी को प्राप्त होगी क्योंकि यह एक सेलिंग ऑफर है। आईपीओ का उद्देश्य प्रमोटर कंपनी द्वारा पेशकश को पूरा करना और स्टॉक एक्सचेंजों पर सूचीबद्धता के लाभ प्राप्त करना है।

कंपनी ने योग्य संस्थागत खरीदारों के लिए आईपीओ के शुद्ध सार्वजनिक निर्गम का आधा हिस्सा, गैर-संस्थागत निवेशकों के लिए 15% और खुदरा निवेशकों के लिए 35% आरक्षित किया है। निवेशक कम से कम सात इक्विटी शेयरों के लिए बोली लगा सकते हैं और इसके बाद सात शेयरों के गुणकों में। खुदरा निवेशक न्यूनतम 13,720 रुपये और अधिकतम 1,92,080 रुपये का निवेश कर सकते हैं।

कंपनी का प्रोफाइल और वित्तीय विवरण

हुंडई मोटर इंडिया भारतीय यात्री वाहन खंड में लगभग 15% बाजार हिस्सेदारी के साथ दूसरी सबसे बड़ी ऑटो ओईएम है। इसकी भारतीय इकाई ने वित्त वर्ष 2024 में कुल 10,782.4 करोड़ रुपये का लाभांश दिया। यह उपलब्धि इसकी संभावित मुनाफाखोरी और भारतीय बाजार में इसकी मजबूत उपस्थिति को दर्शाती है।

हुंडई मोटर इंडिया की वित्त वर्ष 2023 की नौ महीने के दौरान ऑपरेशन्स से राजस्व 52,157.91 करोड़ रुपये रहा। इसी अवधि के लिए कुल समग्र आय 4,376.52 करोड़ रुपये थी। इन आंकड़ों से कंपनी की वित्तीय स्वास्थ्य का पता चलता है, जो निवेशकों के लिए महत्वपूर्ण होता है।

प्रमुख जोखिम और संभावनाएं

हालांकि हुंडई मोटर इंडिया की सार्वजनिक निर्गम को लेकर उत्साहित निवेशकों द्वारा उम्मीदें अच्छी हैं, लेकिन यह भी महत्वपूर्ण है कि इसके कुछ जोखिमों पर गौर किया जाए। कंपनी का बाजार में 20% से अधिक हिस्सेदारी बढ़ाने में असमर्थता, सूचीबद्ध और गैर-सूचीबद्ध प्रतिस्पर्धियों से बढ़ती प्रतिस्पर्धा, समूह कंपनियों के साथ संभावित हित-संघर्ष, और सीमित आपूर्तिकर्ताओं पर निर्भरता कुछ ऐसे जोखिम हैं जिनका ध्यान रखना आवश्यक है।

अलॉटमेंट और लिस्टिंग विवरण

आईपीओ के शेयरों के आवंटन का आधार 18 अक्टूबर को तय किया जाएगा और इक्विटी शेयर 21 अक्टूबर को डीमैट खातों में जमा होंगे। हुंडई के शेयरों की बीएसई और एनएसई पर व्यापार 22 अक्टूबर से शुरू होगी।

ग्रे मार्केट प्रीमियम

हुंडई मोटर इंडिया आईपीओ के शेयर ग्रे मार्केट में ऊपरी मूल्य बैंड से लगभग 2-3% प्रीमियम पर ट्रेड हो रहे हैं, हालांकि यह पिछले सप्ताह की 5-7% प्रीमियम से कम हो गया है। ग्रे मार्केट का यह प्रीमियम स्पष्ट है और निवेशकों को इसकी स्थिरता की जांच करनी चाहिए।

इस प्रकार, यह आईपीओ कई वित्तीय विशेषज्ञों का ध्यान केंद्रित कर रहा है और निवेशकों के लिए एक महत्वपूर्ण अवसर प्रदान कर रहा है। निवेशक अपने जोखिम आकलन और दीर्घकालिक निवेश लक्ष्यों के अनुसार निर्णय लें।