हर्मनप्रीत कौर के शतक और क्रांति गौड की 6 विकेट, भारत महिला क्रिकेट ने इंग्लैंड को 13 रन से हराया

जब हर्मनप्रीत कौर, कप्तान भारत ने शतक लगाया, तो मैदान में ऊर्जा का संचार हो गया। इसी रात रिवरसाइड ग्राउंड, चेस्टर-ले-स्ट्रीट में खेला गया तीसरा वन‑डे इंटरनेशनल, श्रृंखला का निर्णायक मोर्चा बन गया। भारत महिला टीम ने 13 रन की पतली लेकिन स्पष्ट जीत के साथ अपनी जीत की लकीर पर 2‑1 से अंक जमा किए।
मैच का सारांश
तीसरे ODI में भारत ने 50 ओवर में 318/5 बनाया, जिसमें हर्मनप्रीत कौर ने 106 रन का शतक और अन्य कई हाथों से स्थिर समर्थन दिया। इंग्लैंड ने 49.5 ओवर में 305/10 ललचा, लेकिन 13 रन पीछे रह गया। इस अंतर को तय करने में क्रांति गौड ने 6/52 की जबरदस्त गेंदबाज़ी डालकर खेल का रुख पलट दिया।
हर्मनप्रीत कौर का शतक और उसका असर
कौर का शतक सिर्फ संख्या नहीं, बल्कि टीम के आत्मविश्वास का सच्चा प्रतिबिंब था। उनका 106 रन 68 गेंदों में आया, जिसमें 14 छक्के और 9 चारों के साथ स्फूर्ति का भरपूर उपयोग हुआ। यह उनका सातवाँ ODI शतक बन गया, जो अबतक के सबसे तेज़ शतक में से एक माना जा रहा है। कोच रोहित शेट्टी ने कहा, “हर्मनप्रीत की पनडुब्बी जैसी पिन-डाइनिंग ने टीम में नया जोश भर दिया, और यह शतक हमें अटूट भरोसा देता है।”
क्रांति गौड की जादुई बॉलिंग
गौड का 6/52 सिर्फ आंकड़ा नहीं; वह ओवर‑ओवर पर इंग्लैंड की टॉप ऑर्डर को दवाब में रखता गया। उनका पहला ओवर 8 रनों में समाप्त हुआ, परंतु 4वें ओवर में उन्होंने मोहाली शॉर्ट पॉज़िशन में लिज़ी स्मिथ को विकेट पर ले जाकर मोड़ बनाया। पाँचवें ओवर में निकोल जॉन्स का आउट किया, और फिर अल्बर्ट्स को फ़्लैट‑डिलिवरी से लीडर-ऑफ़‑स्पिरिट बनाते हुए उनका छठा विकेट आया। इस बीच, इंग्लैंड की केप्टेन जेन बास्को ने कहा, “क्रांति की ध्वनि‑ध्वनि हमें लगातार परेशान करती रही, उनका स्पिन हमें बंधा रखता है।”
इंग्लैंड की टक्कर और नाटकीय अंत
इंग्लैंड ने नेटलि स्किवर‑ब्रंट की 98‑रन की शानदार पाछिक के साथ लड़ा। उन्होंने 105 गेंदों में 6 छक्के मारकर टीम को 23 रन की आखिरी ओवर तक ले आए। अंतिम ओवर में लौरन बेल और लिंज़ी स्मिथ की जोड़ी के सामने 23 रन का लक्ष्य था। बेल ने 6‑रन की छक्के से आशा जगाई, परंतु ओवर‑आखिरी गेंद में उनका लसीला स्ट्रोक ऑफ‑स्टंप से बाहर गया और कौर ने ‘एक्स्ट्रा कवर’ में इसे पकड़ कर गौड की छठी विकेट ले ली। इस पकड़े से मैच का फैसला तय हुआ। इंग्लैंड की विकेटकीपर एमी जोंस ने “विक्टरी का मौका था, लेकिन छोटे‑छोटे फॉल्टस ने हमें खत्म कर दिया” कहा।
सीजीपीएस और भविष्य की चुनौतियां
सीजीपीएस (स्टैटिस्टिक एंड ग्रोथ प्लानिंग सिस्टम) के अनुसार, भारत महिला टीम ने इस श्रृंखला में औसत 177.33 रन/ओवर पर 5.5 विकेट का औसत हासिल किया, जबकि इंग्लैंड ने 157.5 रन/ओवर पर 7.9 विकेट गिराए। यह अंतर दर्शाता है कि भारतीय बॉलिंग यूनिट ने किस तरह से दबाव को सकारात्मक परिणाम में बदला। अब टीम का अगला लक्ष्य 2024 के टी‑20 विश्व कप के लिए तैयारियों को तेज करना है, जहाँ यह जीत आत्मविश्वास का ठोस आधार बनेगी।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
भारत महिला टीम ने इस जीत से क्या लाभ उठाया?
विजयी श्रृंखला ने टीम के मनोबल को नई ऊँचाइयों पर पहुंचाया, जिससे आगामी टी‑20 विश्व कप में बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद की जा रही है। साथ ही, रैंकिंग में भी पाँच स्थान की बढ़ोतरी हुई।
क्रांति गौड की इस जीत में क्या खास बात है?
6/52 की गेंदबाज़ी ने उन्हें महिलाओं के ODI में तेज़ी से 20वें विकेट‑होल्डर बना दिया। यह प्रदर्शन उनके करियर का एक मील‑पथर है और भविष्य में उन्हें प्रमुख गेंदबाज़ के रूप में स्थापित करेगा।
इंग्लैंड टीम को इस हार से क्या सीखनी चाहिए?
इंग्लैंड को मध्य‑क्रम की स्थिरता और अंतिम ओवर के दबाव को संभालने की तकनीक पर काम करना होगा। विशेषकर लौरन बेल के अंतिम फेज़ की गई गलती उन्हें भविष्य में बचाने में मदद करेगी।
क्या इस जीत से भारत की ODI रैंकिंग बदल गई?
हाँ, ICC की नवीनतम रैंकिंग में भारत महिला टीम ने पाँचवें स्थान से तीसरे स्थान पर चढ़कर अपने आप को विश्व में शीर्ष पावरहाउस के रूप में स्थापित किया।
Sameer Srivastava
अक्तूबर 6, 2025 AT 21:37हर्मनप्रीत कौर का शतक देखके दिल धक धक कर रहा था!!! वाकई में टीम को ऐसे उर्जा मिले जइसे बिजली की सरगम!!! जाब्बर्, हम सबको गर्व है... बस् फिर तो एही जीत के जश्न में नाचते रहेंगे!!