GSEB SSC 10वीं का परिणाम घोषित: गुजरात बोर्ड के परीक्षा परिणाम अब gseb.org पर उपलब्ध
मई, 11 2024
गुजरात बोर्ड GSEB की 10वीं कक्षा के परिणाम जारी
गुजरात सेकेंडरी एंड हायर सेकेंडरी एजुकेशन बोर्ड (GSEB) ने हाल ही में अपनी 10वीं कक्षा के परीक्षा परिणाम घोषित किए हैं। इस घोषणा के साथ, गुजरात बोर्ड ने एक बार फिर छात्रों की उम्मीदों को पूरा किया है। यह परिणाम आधिकारिक वेबसाइट gseb.org पर उपलब्ध है, जहाँ छात्र अपने रजिस्ट्रेशन नंबर या रोल नंबर का उपयोग करके लॉगिन कर सकते हैं।
इस वर्ष परीक्षा का परिणाम संतोषजनक रहा है, जिसमें लगभग 1.91 लाख छात्रों ने सूरत से पंजीकृत किया था। GSEB के चेयरमैन, बंचनिधि पानी ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में परिणामों की घोषणा करते हुए यह जानकारी दी। परिणामों की घोषणा के बाद, छात्रों में काफी उत्साह देखने को मिला।
परीक्षा में सफलता पाने के लिए, प्रत्येक विषय में न्यूनतम 33% अंक प्राप्त करने अनिवार्य हैं। विकलांग छात्रों के लिए यह सीमा कम कर दी गई है, और उन्हें केवल 20% अंकों की आवश्यकता होती है। जो छात्र इस मानक को पूरा नहीं करते, उन्हें पूरक परीक्षा में भाग लेने का विकल्प दिया जाता है।
गुजरात बोर्ड के शिक्षा मानक
गुजरात बोर्ड की शिक्षा नीतियाँ समय के साथ विकसित होती रही हैं। इस वर्ष की परीक्षा ने दिखाया है कि बोर्ड नवाचार और गुणवत्ता पर जोर दे रहा है। छात्रों को अध्ययन के लिए उचित संसाधन और मार्गदर्शन प्रदान किया जाता है, जिससे वे अपनी पूरी क्षमता से पढ़ाई कर सकें और बेहतर परिणाम प्राप्त कर सकें।

Kailash Sharma
मई 11, 2024 AT 20:40क्या बात है, आखिरकार GSEB ने 10वीं का परिणाम रिलीज़ कर दिया! पूरे राज्य में खुशी की लहर दौड़ गई, और अब हर किसी के चेहरे पर चमक है।
Shweta Khandelwal
जून 1, 2024 AT 16:40पर दिल में शंका है कि ये रिजल्ट कुछ छिपे हुए साजिशों का हिस्सा नहीं हो सकता, कहीं कोई बाहरी हाथ हमारे कॉलेजों को फेंटा तो नहीं। सरकार की नीति सीधे जनता के भले से जुड़ी है, लेकिन कभी‑कभी सतह के नीचे अँधेरे इरादे छिपे होते हैं।
sanam massey
जून 22, 2024 AT 12:40गुजरात बोर्ड ने पिछले कुछ सालों में शिक्षा के मानकों को निरन्तर सुधारा है। परिणामों की उपलब्धता ऑनलाइन होने से छात्रों को सुविधा मिलती है और प्रोसेस तेज़ हो जाती है। हर छात्र को न्यूनतम 33% अंक हासिल करने की आवश्यकता है, जो मूलभूत समझ को सुनिश्चित करता है। विकलांग छात्रों के लिए 20% मानदंड रखा गया है, जिससे समान अवसर मिलता है। इस पहल से सामाजिक समावेशिता को बढ़ावा मिलता है। परिणामों की पारदर्शिता से अभिभावकों में भरोसा जागता है। ऑनलाइन पोर्टल की सुरक्षा पर भी विशेष ध्यान दिया गया है, जिससे डेटा लीक का जोखिम कम रहता है। छात्रों को अपनी सफलता का वास्तविक आंकड़ा तुरंत मिल जाता है, जिससे वे आगे की योजना बना सकते हैं। कई स्कूलों ने इस बदलाव को सराहा है और अपने विद्यार्थियों को समय पर मार्गदर्शन देने की तैयारी की है। कुछ शिक्षकों ने बताया कि डिजिटल प्रणाली से ग्रेडिंग में मानकीकरण आया है। परिणामों की समयबद्ध घोषणा से अभ्यर्थियों की तनाव स्तर घटती है। इस साल के आँकड़े दिखाते हैं कि कक्षा 10 में लगभग 1.91 लाख छात्र पंजीकृत थे, जो एक बड़ी संख्या है। इससे पता चलता है कि राज्य की शैक्षिक पहुंच में निरन्तर विस्तार हो रहा है। परिणामों के बाद कई छात्र अतिरिक्त कोचिंग या पूरक परीक्षा के विकल्प पर विचार कर रहे हैं। यह चुनौतियों को स्वीकार करने और सुधार के मार्ग खोजने का सकारात्मक संकेत है। अंत में, शिक्षा प्रणाली में निरन्तर सुधार और छात्रों की जरूरतों को समझना ही हमारे भविष्य को उज्ज्वल बनाता है।
jinsa jose
जुलाई 13, 2024 AT 08:40परिणामों का विश्लेषण करते हुए यह कहा जा सकता है कि शिक्षा प्रणाली को अधिक नैतिक मूल्यों के साथ समेटा जाना चाहिए, न कि केवल अंक‑आधारित प्रतिस्पर्धा पर।
Suresh Chandra
अगस्त 3, 2024 AT 04:40भाई लोग, गसेब का पोर्टल अब fully online हो गया है 😎👍 थोडा टाइपिंग में गड़बड़ हो सकती है पर काम चल जाएगा।
Digital Raju Yadav
अगस्त 24, 2024 AT 00:40बिलकुल सही, अब हर कोई जल्दी से अपना स्कोर देख सकता है और आगे की तैयारी में focus कर सकता है
Dhara Kothari
सितंबर 13, 2024 AT 20:40परिणाम देख कर कई छात्र आराम से हैं, पर जो पास नहीं हुए हैं उनके लिए यह एक नई शुरुआत का संकेत है 😊
Sourabh Jha
अक्तूबर 4, 2024 AT 16:40हमारी मिट्टी की ताकत यही है कि हर बच्चा अपनी काबिलियत दिखाएगा, चाहे जो भी हो परिणाम से कोई फर्क नहीं पड़ता
Vikramjeet Singh
अक्तूबर 25, 2024 AT 12:40नतीजा देखी और दिल खुश हो गया।